हैदराबाद: मंगलवार को खेले गए विश्व कप के मुकाबले में मेजबान इंग्लैंड ने 150 रनों की जीत दर्ज कर कई रिकॉर्ड बनाए. इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 397 रनों का विशाल लक्ष्य खड़ा किया. जवाब में अफगानिस्तान की टीम 8 विकेट पर 247 रन ही बना सकी. वहीं 71 गेंदों पर 148 रन बनाने वाले इंग्लैंड के कप्तान इयोन मॉर्गन को मैन ऑफ द मैच चुना गया.
इस मैच के दौरान एक दिलचस्प वाकया भी देखने को मिला. इंग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्क वुड की बाउंसर अफगानिस्तान के बल्लेबाज हशमतुल्लाह शाहिदी के हेलमेट पर लगी जिससे उनका हेलमेट टूट गया और वो जमीन पर जा गिरे. मगर शाहिदी तुरंत ही खड़े हो गए और बल्लेबाजी के लिए तैयार दिखे. ये देखकर हर कोई हैरान रह गया था कि इतनी तेज गेंद हेलमेट पर लगने के बाद भी शाहिदी तुरंत इतने सहज कैसे हो गए. शाहिदी ने अब इसका खुद खुलासा किया है.
मार्क वुड की गेंद हेलमेट पर लगने के बाद जब शाहिदी गिर गए तो वाहं आईसीसी के डॉक्टर पहुंच गए. डॉक्टरों ने उनकी हालत पर चिंता जताई और सलाह दी कि वे बल्लेबाजी जारी न रखें. लेकिन शाहिद ने मुस्कुराते हुए कहा,"मैं अपनी मां के कारण जल्दी उठ गया."
शाहिदी ने कहा,"मैंने पिछले साल अपने पिता को खो दिया था. इसलिए, मैं नहीं चाहता था कि उनको (मां) चोट लगे. मेरा पूरा परिवार ये देख रहा था, यहां तक कि मेरा बड़ा भाई भी मैच देख रहा था. मैं नहीं चाहता था कि वे मेरे लिए चिंतित हों."
गौरतवब है कि कुछ ही दिन पहले उनकी टीम के साथी राशिद खान को भी न्यूजीलैंड के खिलाफ खेल के दौरान हेलमेट पर चोट लगी थी, जिसके चलते उन्हें खेल से बाहर होना पड़ा.
अफगानिस्तान के कप्तान गुलबदीन नायब ने जोर देकर कहा कि शाहिदी ने ये देश के लिए किया. उन्होंने कहा,"वो टीम को छोड़कर बाहर नहीं जाना चाहता था. हम सभी के लिए, हमारा देश पहले स्थान पर है."
लेकिन इतनी गहन चोट के साथ खेल में वापसी करना कितना चुनौतीपूर्ण था? हमारे चिकित्सक और आईसीसी के डॉक्टर मेरे पास आए और मेरा हेलमेट बीच से टूट गया था. उन्होंने मुझे सिर्फ इतना कहा,"चलो चलें." शाहिदी आगे बताते हैं,"मैंने उनसे कहा कि मैं उस समय अपनी टीम का साथ को नहीं छोड़ सकता. मेरी टीम को मेरी जरूरत थी."
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मैच के बाद शाहिदी आईसीसी डॉक्टर्स के पास गए और उनसे बात की. बल्लेबाज ने बताया उन्होंने मेरी देखभाल की और कहा कि ये जल्द ठीक हो जाएगा, इंशाल्लाह.