नई दिल्ली: संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आईपीएल के तीन स्थलों में से एक अबु धाबी ने अपने सख्त कोविड-19 प्रोटोकॉल्स के कारण बीसीसीआई को एक तरह से असमर्थ कर दिया है. दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड इस समय यूएई की सरकारों से नियमों में नरमी बरतने को लेकर बात कर रहा है.
कोविड-19 की समस्याओं के कारण ही बीसीसीआई ने अभी तक लीग का कार्यक्रम घोषित नहीं किया है और आठों फ्रेंचाइजियों को भी इसके बारे में नहीं बताया है.
यूएई में मौजूद फ्रेंचाइजी के एक सूत्र ने कहा, "बीसीसीआई ने अभी तक आईपीएल कार्यक्रम के बारे में कुछ नहीं बताया है लेकिन हम फ्रेंचाइजियों के लिए आईपीएल मानो आज से ही शुरू है क्योंकि अगर इस बार आईपीएल नहीं होना होता तो बीसीसीआई हमें काफी पहले बता चुकी होती. फ्रेंचाइजियों ने टीमों पर काफी पैसा खर्च किया है. पॉजिटिव मामले लगातार आते जा रहे हैं."
फ्रेंचाइजी अधिकारी ने बताया, "मुद्दा ये है कि अगर बीसीसीआई को आईपीएल रद करना है तो वो आज करे. वो 15 दिन बाद नहीं कर सकती. फ्रेंचाइजियां इस समय यूएई में हैं और उन्होंने अपनी टीम पर काफी पैसा खर्च किया है. साथ ही जब हमने अपने खिलाड़ियों को आईपीएल के लिए बुलाया है तो हमें उन्हें पैसा देना होगा. टूर्नामेंट रद हो जाने पर हम खिलाड़ियों से ये नहीं कह सकते कि चूंकि आपने मैच नहीं खेले हैं तो हम आपको पैसा नहीं देंगे. इन सभी बातों पर ध्यान दिया जाना चाहिए. इस समय बीसीसीआई अधिकारी दुबई, शरजाह और अबुधाबी की सरकारों से बात कर रहे हैं."
आईपीएल गर्वनिंग काउंसिल के अध्यक्ष बृजेश पटेल और बोर्ड के अंतरिम मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हेमंग अमीन इस समय यूएई में हैं और अमीरात की तीन सराकारों से बात कर रहे हैं ताकि कोविड़-19 के सख्त नियमों में कुछ छूट मिल सके और इसके बाद एक प्लान बनाया जाए और उसी आधार पर काम किया जाए.
एक और सूत्र ने बताया कि अगर कोई दुबई से अबु धाबी जाएगा तो सीमा पर कोविड-19 टेस्ट होगा और इसमें ढाई घंटे का समय लगेगा. इसके बाद 48 घंटे के भीतर निगेटिव सर्टिफिकेट दिखाना पड़ेगा.
उन्होंने कहा, "लेकिन आप कोहली और धोनी को लाइन में खड़े होते हुए नहीं देखना चाहेंगे. इसलिए बीसीसीआई आईपीएल टीम के होटलों में टेस्ट कराने की मंजूरी को लेकर बात कर रही है."
चेन्नई सुपर किंग्स के 13 लोग कोविड-19 पॉजिटिव निकले थे, जिसमें से दो खिलाड़ी थे. खिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ भी होटल के कमरों से बाहर सिर्फ अभ्यास, योगा और कुछ गतिविधियों के लिए ही निकलते हैं. वहीं ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर कमरों में ही दिया जा रहा है. ये सब स्थानीय कोविड-19 प्रोटोकॉल्स के तहत किया जा रहा है.
फ्रेंचाइजी अधिकारी ने कहा, "चेन्नई सुपर किंग्स के साथ जो हुआ उसके बाद हम सभी तरह के सुरक्षा उपायों का इस्तेमाल कर रहे हैं. पहले हमने सोचा था कि हम टीम को लीग के दौरान कुछ दफा टीम डिनर पर ले जाएंगे. लेकिन ये प्लान धराशायी हो गया. अब हम बबल के अंदर बबल में हैं. सभी तरह का भोजन खिलाड़ियों के कमरों में दिया जा रहा है. अब सिर्फ रूम सर्विस है."
आईपीएल का पहला मैच मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच में 19 सितंबर को अबु धाबी में होने की उम्मीद है. अगर उस समय तक सभी चीजें पटरी पर नहीं आती हैं तो, फिर बीसीसीआई को प्लान बदलना होगा और हो सकता है कि अबु धाबी चरण ही रद करना पड़े.