नई दिल्ली: भारत की चोटी की बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू ने कहा कि वह टोक्यो ओलंपिक में अपनी प्रतिद्वंद्वियों को परेशानी में डालने के लिए नए कौशल और तकनीक पर काम कर रही हैं.
रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता और विश्व चैंपियन सिंधू का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण मिले विश्राम से उन्हें अपने खेल की कमजोरियों को दूर करने और उसमें कुछ नया जोड़ने का अवसर मिला.
उनकी कड़ी प्रतिद्वंद्वी और मौजूदा चैंपियन कारोलिना मारिन घुटने की चोट के कारण ओलंपिक में अपने खिताब का बचाव नहीं कर पाएगी लेकिन सिंधू जानती है कि प्रतिस्पर्धा तब भी कड़ी होगी.
सिंधू ने भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) द्वारा आयोजित वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''महिलाओं के सर्किट में शीर्ष 10 खिलाड़ी समान स्तर की हैं। यदि एक खिलाड़ी नहीं खेल पाता है तो आप इसे आसानी से नहीं ले सकते हैं.''
उन्होंने कहा, ''ताइ जु यिंग, रतचानोक इंतानोन, नोजोमी ओकुहारा और अकेनी यामागुची जैसी खिलाड़ी हैं. ये सभी अच्छी खिलाड़ी हैं. आप ये नहीं कह सकते कि यदि एक खिलाड़ी अनुपस्थित है तो यह आसान होगा. मैं इसको लेकर सहज नहीं हो सकती. मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर ध्यान देना होगा.''
सिंधू 2016 ओलंपिक फाइनल और 2017 विश्व चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले में मारिन से हार गयी थी.
उन्होंने कहा, ''रतचानोक जैसी कुछ खिलाड़ी खतरनाक हैं. वह एक कुशल खिलाड़ी है. हमें उससे सतर्क रहना होगा.''
सिंधू ने कहा, ''जहां तक मेरी बात है तो तकनीक और कौशल में सुधार करने के लिए यह मेरे लिये बहुत अच्छा समय रहा. मैंने सुधार किया है. यह अच्छा रहा कि मुझे इतना अधिक समय मिल गया. आम तौर पर हमें अपनी गलतियों को सुधारने या नए कौशल को सीखने का समय नहीं मिलता.''
उन्होंने कहा, ''इसमें समय लगता है. इसलिए मेरे पास यह समय है और मैं इसका उपयोग कर रही हूं. उम्मीद है कि ओलंपिक में मेरे पास कुछ नयी तकनीक और कौशल होगा.''
सिंधू ने कहा कि उन्हें और अन्य खिलाड़ियों को चीनी खिलाड़ियों से सतर्क रहना होगा क्योंकि वे पिछले कुछ समय से प्रतियोगिताओं में नहीं खेल रही हैं.
सिंधू ने कहा, ''वे लंबे समय से नहीं खेले हैं. हमने उन्हें नहीं देखा है. चेन यू फेई और ही बिंग जियाओ बहुत अच्छी खिलाड़ी है. ओलंपिक में परिस्थितियां पूरी तरह से भिन्न होंगी. आप अपने प्रतिद्वंद्वियों को कम करके नहीं आंक सकते हो.''
अपने मजबूत पक्षों के बारे में सिंधू ने कहा कि वह हमेशा आक्रामक खेल खेलना पसंद करती हैं.
उन्होंने कहा, ''आक्रमण मेरा मजबूत पक्ष है. प्रतिद्वंद्वी मेरा खेल जानते हैं और इसलिए मैं अपने रक्षण पर भी काम कर रही हूं. मैं लंबे कद की हूं इसलिए मेरा आक्रमण अच्छा है. मुझे प्रत्येक स्ट्रोक, हर चीज के लिए तैयार रहना होगा.''
हैदराबाद की इस खिलाड़ी ने कहा कि गचिबावली स्टेडियम में अभ्यास करना ओलंपिक के लिये आदर्श तैयारी हैं क्योंकि यहां उन्हें बड़े स्टेडियमों में खेलने का अहसास होता है.
उन्होंने कहा, ''हम हो सकता है कि अभी एक दूसरे के खेल के बारे में नहीं जानते हों क्योंकि हम पिछले दो महीनों से नहीं खेले हैं. मैं थाईलैंड ओपन के बाद गचिबावली में अभ्यास कर रही हूं और यह वास्तव में मददगार है क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम है.''
सिंधू ने कहा, ''जब आप बड़े स्टेडियम में खेलते हो तो आपको अपनी शटल और ड्रिफ्ट पर नियंत्रण रखना होता है जो कि बेहद महत्वपूर्ण है. जब आप विदेशों में खेलते हो तो एसी होने के कारण शटल तेजी से जा सकती है. इसलिए जब आपके पास सुविधाएं हैं तो उनका उपयोग क्यों न किया जाए.''
सिंधू ने साइना नेहवाल और किदाम्बी श्रीकांत के प्रति भी सहानुभूति व्यक्त की जो क्वालीफाईंग प्रतियोगिताएं रद होने के कारण ओलंपिक में नहीं खेल पाएंगे.
उन्होंने कहा, ''अच्छा होता यदि वे भी वहां होते. किसी को पता नहीं था कि परिस्थितियां ऐसी होंगी. हर किसी ने अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए लेकिन खिलाड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए दुर्भाग्य से टूर्नामेंट रद कर दिए गए. जिंदगी पहले है. ओलंपिक में भी हमारा हर दिन परीक्षण होगा.''