नई दिल्ली: भारत सरकार ने भारतीय बैडमिंटन संघ (बाइ) के लिए कुछ सवाल भेजे हैं, जिसमें चीनी शटलरों के स्वास्थ्य की स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा गया है जिन्हें अगले महीने इंडिया ओपन में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में आना है.
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को बाइ से चीनी खिलाड़ियों के बारे में कुछ जानकारी देने के लिए कहा. इसके बाद ही मंत्रालय टोक्यो ओलंपिक क्वॉलीफिकेशन के लिए महत्वपूर्ण इस सुपर 500 टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए चीनी खिलाड़ियों के देश में प्रवेश पर फैसला करेगा.
चीन सहित कई देश अभी कोरोना वायरस की चपेट में हैं जिसके कारण कई खेल प्रतियोगिताएं स्थगित की जा चुकी हैं. विदेश मंत्रालय ने अपनी प्रश्नावली में इस तरह के सवाल शामिल किए हैं -
खिलाड़ी और अधिकारी चीन के किस राज्य से हैं?
कितने खिलाड़ियों-अधिकारियों का चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया और चिकित्सकीय प्रमाणपत्र जारी किया गया?
अन्य देशों से कितने खिलाड़ी-अधिकारी आ रहे हैं?
बाइ ने यह प्रश्नावली मिलने के बाद उन्हें जवाब के लिए चीनी बैडमिंटन संघ को भेज दिया है.
बाइ सचिव अजय सिंघानिया ने पीटीआई से कहा, ''हमने विदेश मंत्रालय से मिली प्रश्नावली चीनी बैडमिंटन संघ को भेज दिया है. हम उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं. उनका जवाब मिलने के बाद हम वीजा प्रक्रिया शुरू करने के लिए उसे मंत्रालय के पास भेज देंगे.
बता दें कि ये टूर्नामेंट 24 से 29 मार्च तक यहां इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम स्थित केडी जाधव इंडोर हॉल में होगा. इसमें भारतीय शटलर (पी वी सिंधू, साइना नेहवाल, किदाम्बी श्रीकांत) महत्वपूर्ण रैंकिंग अंक हासिल करने के इरादे से उतरेंगे.
इस साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफिकेशन 26 अप्रैल को समाप्त होगा और उससे पहले 400,000 अमेरिकी डॉलर की इनामी राशि वाले इंडिया ओपन टूर्नामेंट में भारतीयों के पास रैंकिंग अंक जुटाने का मौका रहेगा.