मुंबई/लखनऊ/नई दिल्ली/चंडीगढ़ : अमेजन प्राइम वीडियो पर प्रसारित वेब सीरीज 'तांडव' के निर्माताओं ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने इस पर उठे विवाद के बाद लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए बदलाव करने का फैसला किया है. सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया और मोहम्मद जीशान अय्यूब अभिनीत ‘तांडव’ का प्रसारण पिछले सप्ताह शुरू हुआ लेकिन इसमें हिंदू देवी देवताओं के चित्रण को लेकर विवाद शुरू हो गया.
इसमें विवाद के केंद्र में एक दृश्य है जिसमें कॉलेज छात्र शिवा का किरदार अदा कर रहे अय्यूब को एक मंच पर भगवान महादेव का चित्रण करते हुए दिखाया गया है.
इस शो की टीम ने एक आधिकारिक वक्तव्य में दोहराया कि उनका किसी की भावनाओं को आहत करने का कोई इरादा नहीं था.
बयान में कहा गया, 'हम देशवासियों की भावनाओं का बहुत सम्मान करते हैं. हमारी किसी व्यक्ति, जाति, समुदाय की धार्मिक भावनाओं या धार्मिक आस्थाओं को आहत करने या किसी संस्था, राजनीतिक दल या व्यक्ति (जीवित अथवा मृत) को अपमानित करने का कोई इरादा नहीं था.'
बयान के अनुसार, 'तांडव की पूरी यूनिट ने वेब सीरीज को लेकर जताई गयी चिंताओं पर ध्यान देने के लिए इसमें बदलाव करने का फैसला किया है.'
शो की टीम ने इस मामले में मार्गदर्शन और समर्थन के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय का आभार जताया.
बयान में कहा गया, 'अगर सीरीज से किसी व्यक्ति की भावनाएं गैर-इरादतन आहत हुई हैं तो हम एक बार फिर माफी मांगते हैं.'
अमेजन प्राइम वीडियो से हटा दिया जाना चाहिए !
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने राजनीतिक पृष्ठभूमि पर बनी वेब सीरीज 'तांडव' को अमेजन प्राइम वीडियो से हटाने की मंगलवार को मांग करते हुए कहा कि उससे हिन्दू समुदाय की भावनाओं को कथित रूप से ठेस पहुंची है. विज ने कहा, 'इसे (सीरीज) तुरंत अमेजन प्राइम वीडियो से हटा दिया जाना चाहिए क्योंकि वह हमारे तंत्र, राजनीति, सामाजिक तानेबाने, युवा पीढ़ी और प्रधानमंत्री कार्यालय सभी पर हमला कर रहा है.'
बता दें कि सीरीज को लेकर उसके निर्माताओं के खिलाफ लखनऊ में प्राथमिकी दर्ज होने और कई नेताओं द्वारा 'तांडव' पर प्रतिबंध लगाने की मांग के कारण यह विवादों में फंस गयी है.
पद्मावत जैसी कई बड़ी फिल्मों के बाद अब करणी सेना ने वेब सीरीज तांडव को लेकर अपना मोर्चा खोल दिया है. आज दिल्ली में प्रेस वार्ता करते हुए करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरजपाल अम्मू ने चेतावनी दी कि सीरीज को बैन किया जाए, अन्यथा करणी सेना की तरफ से महातांडव किया जाएगा और देश भर में कड़ा विरोध जताया जाएगा.
सीरीज अमर्यादित-अम्मू
सूरजपाल अम्मू ने कहा कि हर बार हिंदू धर्म और उनकी संस्कृति को आघात पहुंचाने की कोशिश क्यों की जाती है? सीरीज में देवी देवताओं का मजाक बनाया गया है और अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया गया है. इसीलिए इस पूरी सीरीज को बैन किया जाना चाहिए. सीरीज में गंदे शब्द और गाली गलौज का भी प्रयोग है, जो कि बेहद अशोभनीय है.
उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर हुए विरोध
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को अमेजन प्राइम की वेब सीरीज 'तांडव' को लेकर सरकार पर हाय तौबा मचाने का आरोप लगाते हुए इसे 'छोटी' वेब सीरीज करार दिया.
एक सवाल पर उन्होंने संवाददाताओं से पूछा, 'तांडव क्या है?' उन्होंने कहा, 'यह एक छोटी सीरीज है. और आप इसे लेकर 'तांडव' मचा रहे हैं.' अखिलेश ने कहा लॉकडाउन के दौरान ओटीटी प्लेटफार्म का बिजनेस बढ़ा है, सरकार ने अभी तक अपना स्वदेशी ओटीटी पलेटफार्म क्यों नहीं बनाया जो अमेजन को टक्कर दे सके. उन्होंने कहा कि उनके पास अमेजन का सब्सक्रिप्शन नहीं है और उन्होंने यह सीरीज नहीं देखी है.
निर्देशक और कलाकारों को गिरफ्तार करने की मांग
इससे पहले मंगलवार को ही वेब सीरीज तांडव के विरुद्ध चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में विश्व हिंदू परिषद ने प्रदर्शन करते हुए वेब सीरीज के निर्देशक का पुतला फूंका वहीं, हाथरस में हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जिसमें वेब सीरीज के निर्देशक और कलाकारों को गिरफ्तार करने की मांग की गई है.
शाहजहांपुर में विहिप के एक नेता ने टॉकीजों में आग लगाने की धमकी भी दी जिससे हास्यास्पद स्थिति उत्पन्न हो गई क्योंकि वेब सीरीज को किसी सिनेमा हाल में प्रदर्शित नहीं किया जा रहा है. हालांकि इस संदर्भ में पूछे जाने पर चेतावनी देने वाले विहिप नेता ने भूल सुधार किया.
आग लगाने से भी पीछे नहीं हटेंगे
आज मंगलवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के जिला मंत्री राजेश अवस्थी के नेतृत्व में विहिप तथा बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट गेट पर प्रदर्शन किया तथा वेब सीरीज तांडव के निर्देशक अली अब्बास का पुतला फूंका. विहिप के मंत्री राजेश अवस्थी ने पत्रकारों से कहा 'तांडव वेब सीरीज से हिंदू जन मानस की भावनाएं आहत हुई हैं और ऐसे में हिंदू संगठन इसका पुरजोर विरोध करेंगे. अगर यह सीरीज किसी टॉकीज में चलाई जाती है तो हम लोग उस टॉकीज को आग लगाने से भी पीछे नहीं हटेंगे.'
रासुका लगाने की मांग
विहिप नेता राजेश अवस्थी ने कहा कि वेब सीरीज टॉकीज में तो चलती नहीं है तब उन्होंने कहा 'यह हमसे भूल हो गई, भूलवश ऐसा कह दिया. हम केवल आंदोलन करेंगे.' उन्होंने फिल्म के कलाकारों और निर्देशक के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने की मांग भी की है.
इससे पहले फिल्म तांडव के विरुद्ध जिले में सोमवार को कटरा क्षेत्र के भाजपा विधायक वीर विक्रम सिंह ने निदेशक अली अब्बास जफर समेत तीन लोगों पर जन समुदाय की भावनाओं को आहत करने का मामला दर्ज कराया था.
उत्तर प्रदेश के ही हाथरस से मिली खबर के मुताबिक, तांडव वेब सीरीज के खिलाफ हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट (उप जिलाधिकारी) को ज्ञापन दिया जो प्रधानमंत्री को संबोधित था. इन कार्यकर्ताओं ने तहसील सदर पर वेब सीरीज के खिलाफ प्रदर्शन भी किया.
हिंदू जागरण मंच में आक्रोश
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हिंदू जागरण मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक रंजन आर्य ने कहा 'हिंदू धर्म के देवी-देवताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. हिंदू धर्म से खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को भी नहीं है.' उन्होंने तांडव वेब सीरीज के निर्देशक अब्बास अली जौहर, अभिनेता मोहम्मद जीशान तथा सैफ अली खान को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है.
हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री के नाम संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन उप जिलाधिकारी, सदर को सौंपा और वेब सीरीज के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई करने की मांग की.
निर्देशक ने सोमवार को भी माफी मांगी
बता दें कि तांडव के निर्माताओं ने सोमवार को कहा था कि अगर गैर-इरादतन तरीके से इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं तो वे बिना शर्त माफी मांगते हैं. शो के निर्देशक अली अब्बास जफर ने 'हमारी ओर से गंभीरता के साथ माफी' कैप्शन के साथ बयान ट्वीट किया और इसे 'तांडव' के कास्ट एवं क्रू की ओर से आधिकारिक बयान बताया गया.
इसमें कहा गया कि 'तांडव' की टीम सीरीज पर दर्शकों की प्रतिक्रियाओं पर करीब से नजर रख रही है. वक्तव्य में कहा गया, 'आज एक चर्चा के दौरान सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने हमें बताया कि उन्हें वेब सीरीज के विभिन्न पहलुओं को लेकर बड़ी संख्या में शिकायतें और अर्जियां मिली हैं जो इसकी सामग्री द्वारा लोगों की भावनाओं को आहत करने संबंधी गंभीर चिंताओं और आशंकाओं के बारे में हैं.'
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वक्तव्य में कहा गया, 'तांडव काल्पनिक कहानी पर आधारित है और किसी भी गतिविधि, व्यक्ति या घटना से इसकी समानता होना विशुद्ध संयोग है.' इसमें कहा गया, 'इसके निर्माताओं और कलाकारों का किसी व्यक्ति, जाति, समुदाय, धर्म की भावनाओं या धार्मिक आस्थाओं को आहत करने या किसी संस्था, राजनीतिक दल अथवा व्यक्ति (जीवित या मृत) का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था.'
(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई-भाषा)