मुंबई : बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान और उनकी इंटीरियर डिजाइनर पत्नी गौरी खान ने करीब 3 महीने पहले अपना चार मंजिला ऑफिस बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) को सौंपा था.
जिसका उपयोग महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए क्वारंटीन सेंटर बनाने में किया गया.
लेकिन अब बीएमसी ने इस ऑफिस को क्रिटिकल मरीजों के लिए 15 बेड वाले आईसीयू वॉर्ड में तब्दील कर दिया है.
रिपोर्ट के अनुसार यह काम शाहरुख के मीर फाउंडेशन और हिंदुजा हॉस्पिटल ने मिलकर किया है. शाहरुख ने अपने ऑफिस की बिल्डिंग अप्रैल में दी थी लेकिन मई तक बीएमसी ने इसे नहीं लिया क्योंकि डॉक्टर्स की कमी थी.
फिर 15 जुलाई से यह आईसीयू में बदलना शुरू हो गया और आइसोलेट किए गए मरीजों को दूसरे सेंटर में भेज दिया गया है. हिंदुजा अस्पताल के डॉक्टर अविनाश सूपे ने बताया कि महामारी में इस वक्त ज्यादा आईसीयू बेड की जरूरत है जिनमें ऑक्सिजन टैंक और वेंटिलेर भी हों.
रिपोर्ट के मुताबिक, जब इस अस्पताल में क्वारंटीन सेंटर था तो 66 लोग ऐडमिट थे. इनमें से 54 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं. वहीं 12 लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया क्योंकि आईसीयू के लिए स्पेस की जरूरत थी.
इससे पहले भी शाहरुख कोरोना महामारी फैलते ही कई राज्य सरकारों की मदद के लिए आगे आ चुके हैं.
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वहीं बात अभिनेता के वर्कफ्रंट की करें तो, शाहरुख दो साल के ब्रेक के बाद फिल्मों में वापसी करने वाले हैं. वह राजकुमार हिरानी के साथ मिलकर इमिग्रेशन पर बनी फिल्म में काम करते नजर आएंगे. फिलहाल इसकी शूटिंग शुरू होनी अभी बाकी है.
पिछली बार अभिनेता 2018 की फिल्म 'जीरो' में नजर आए थे. जो कि बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई थी.