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'सांड की आंख' का ट्रेलर रिलीज, दमदार अंदाज में नजर आईं तापसी-भूमि

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Published : Sep 23, 2019, 5:12 PM IST

Updated : Oct 1, 2019, 5:23 PM IST

तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर स्टारर फिल्म 'सांड की आंख' का ट्रेलर रिलीज हो गया है. फिल्म चंद्रो और प्रकाशी तोमर की जीवन पर आधारित है. यह फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है.

Courtesy: ANI

मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर स्टारर फिल्म 'सांड की आंख' का ट्रेलर रिलीज हो गया है. इससे पहले भी फिल्म का टीजर और कई पोस्टर रिलीज हो चुके हैं.

यह फिल्म शूटर चंद्रो और प्रकाशी तोमर की कहानी पर आधारित है. जो एक सच्ची घटना है. इस फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया है कि, तापसी और भूमि एक ऐसे गांवों में रहती हैं. जहां औरतों को आज भी घूंघट हटाने की मंजूरी नहीं हैं. लेकिन इन सब के बावजूद दोनों शूटिंग करती हैं. वहीं दोनों ने बागपत की बोली को अच्छे से पकड़ी है. साथ ही फिल्म में महिला अधिकारों की भी बात की गई है. वो गांव में शूटिंग करती हैं और कई परेशानियों के बाद अपने मंजिल तक पहुंचती हैं.

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इससे पहले फिल्म का टीजर रिलीज किया गया था और नेशनल स्पोर्ट्स डे के मौके पर नया पोस्टर रिलीज किया गया था. स्पोर्ट्स को बढ़ावा देती फिल्म मनोरंजन के साथ एक मैसेज भी दे रही है. इससे पहले जारी किए गए पोस्टर में तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर एक स्टेडियम के बीच में दिखाई दे रही थीं. उनके चेहरे पर जीत की खुशी नजर आ रही है. फिल्म के डायरेक्टर तुषार हीरानंनदानी और प्रोड्यूसर अनुराग कश्यप हैं.

यह कहानी बागपत की दो औरतों के जीवन पर आधारित हैं, जिन्होंने 60 साल की उम्र में अपनी ट्रेनिंग शुरू की. बताया जाता है कि 60 साल की उम्र तक उन्हें शूटिंग का शौक नहीं था, लेकिन एक दिन वो ट्रेनिंग रेंस में गईं, जहां उन्होंन ऐसे ही शूटिंग की कोशिश की और उनका निशाना सही लगा. इसके बाद से उन्होंने शूटिंग शुरू कर दी. उसके बाद बहन चंद्रो तोमर ने भी शूटिंग शुरू की. चंद्रो और प्रकाशी 15 पोते-पोतियों की दादी हैं, जो घरेलू काम भी करती हैं और साथ ही अपने गांव की लड़कियों को निशानेबाजी की ट्रेनिंग भी देती हैं. साथ ही उन्होंने कई इनाम भी जीते हैं.

आपको बता दें कि, यह फिल्म दिवाली के मौके पर रिलीज की जाएगी और इस वक्त कोई और फिल्म ना होने की वजह से फिल्म को फायदा मिल सकता है.

मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर स्टारर फिल्म 'सांड की आंख' का ट्रेलर रिलीज हो गया है. इससे पहले भी फिल्म का टीजर और कई पोस्टर रिलीज हो चुके हैं.

यह फिल्म शूटर चंद्रो और प्रकाशी तोमर की कहानी पर आधारित है. जो एक सच्ची घटना है. इस फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया है कि, तापसी और भूमि एक ऐसे गांवों में रहती हैं. जहां औरतों को आज भी घूंघट हटाने की मंजूरी नहीं हैं. लेकिन इन सब के बावजूद दोनों शूटिंग करती हैं. वहीं दोनों ने बागपत की बोली को अच्छे से पकड़ी है. साथ ही फिल्म में महिला अधिकारों की भी बात की गई है. वो गांव में शूटिंग करती हैं और कई परेशानियों के बाद अपने मंजिल तक पहुंचती हैं.

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इससे पहले फिल्म का टीजर रिलीज किया गया था और नेशनल स्पोर्ट्स डे के मौके पर नया पोस्टर रिलीज किया गया था. स्पोर्ट्स को बढ़ावा देती फिल्म मनोरंजन के साथ एक मैसेज भी दे रही है. इससे पहले जारी किए गए पोस्टर में तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर एक स्टेडियम के बीच में दिखाई दे रही थीं. उनके चेहरे पर जीत की खुशी नजर आ रही है. फिल्म के डायरेक्टर तुषार हीरानंनदानी और प्रोड्यूसर अनुराग कश्यप हैं.

यह कहानी बागपत की दो औरतों के जीवन पर आधारित हैं, जिन्होंने 60 साल की उम्र में अपनी ट्रेनिंग शुरू की. बताया जाता है कि 60 साल की उम्र तक उन्हें शूटिंग का शौक नहीं था, लेकिन एक दिन वो ट्रेनिंग रेंस में गईं, जहां उन्होंन ऐसे ही शूटिंग की कोशिश की और उनका निशाना सही लगा. इसके बाद से उन्होंने शूटिंग शुरू कर दी. उसके बाद बहन चंद्रो तोमर ने भी शूटिंग शुरू की. चंद्रो और प्रकाशी 15 पोते-पोतियों की दादी हैं, जो घरेलू काम भी करती हैं और साथ ही अपने गांव की लड़कियों को निशानेबाजी की ट्रेनिंग भी देती हैं. साथ ही उन्होंने कई इनाम भी जीते हैं.

आपको बता दें कि, यह फिल्म दिवाली के मौके पर रिलीज की जाएगी और इस वक्त कोई और फिल्म ना होने की वजह से फिल्म को फायदा मिल सकता है.

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मुंबई:  बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर स्टारर फिल्म 'सांड की आंख' का ट्रेलर रिलीज हो गया है. इससे पहले भी फिल्म का टीजर और कई पोस्टर रिलीज हो चुके है.

यह फिल्म शूटर चंद्रो और प्रकाशी तोमर की कहानी पर आधारित है. जो एक सच्ची घटना है. इस फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया है कि, तापसी और भूमि एक ऐसे गांवों में रहती हैं. जहां औरतों को आज भी घूंघट हटाने की मंजूरी नहीं है. लेकिन इन सब के बावजूद दोनों शूटिंग करती हैं. वहीं दोनों ने बागपत की बोली को अच्छे से पकड़ी है. साथ ही फिल्म में महिला अधिकारों की भी बात की गई है. वो गांव में शूटिंग करती हैं और कई परेशानियों के बाद अपने मंजिल तक पहुंचती हैं.

इससे पहले फिल्म का टीजर रिलीज किया गया था और नेशनल स्पोर्ट्स डे के मौके पर नया पोस्टर रिलीज किया गया था. स्पोर्ट्स को बढ़ावा देती फिल्म मनोरंजन के साथ एक मैसेज भी दे रही है.

इससे पहले जारी किए गए पोस्टर में तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर एक स्टेडियम के बीच में दिखाई दे रही थीं. उनके चेहरे पर जीत की खुशी नजर आ रही है. फिल्म के डायरेक्टर तुषार हीरानंनदानी और प्रोड्यूसर अनुराग कश्यप हैं.

यह कहानी बागपत की दो औरतों के जीवन पर आधारित हैं, जिन्होंने 60 साल की उम्र में अपनी ट्रेनिंग शुरू की. बताया जाता है कि 60 साल की उम्र तक उन्हें शूटिंग का शौक नहीं था, लेकिन एक दिन वो ट्रेनिंग रेंस में गईं, जहां उन्होंन ऐसे ही शूटिंग की कोशिश की और उनका निशाना सही लगा. इसके बाद से उन्होंने शूटिंग शुरू कर दी. उसके बाद बहन चंद्रो तोमर ने भी शूटिंग शुरू की. चंद्रो और प्रकाशी 15 पोते-पोतियों की दादी हैं, जो घरेलू काम भी करती हैं और साथ ही अपने गांव की लड़कियों को निशानेबाजी की ट्रेनिंग भी देती हैं. साथ ही उन्होंने कई इनाम भी जीते हैं.  

आपको बता दें कि, यह फिल्म दिवाली के मौके पर रिलीज की जाएगी और इस वक्त कोई और फिल्म ना होने की वजह से फिल्म को फायदा मिल सकता है.




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Last Updated : Oct 1, 2019, 5:23 PM IST
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