हैदराबाद डेस्क: आप दोपहिया वाहन तो रोज ही चलाते होंगे. अब वो चाहे स्कूटर हो या मोटरसाइकिल, लेकिन देश के करोड़ों लोग हर रोज इनका इस्तेमाल करते हैं. लेकिन इनमें कुछ बजट फ्रेंडली होती हैं, तो कुछ काफी महंगी भी होती हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आप जो दोपहिया वाहन इस्तेमाल कर रहे हैं, वह किस क्लास का है. क्या वह कम्यूटर है या क्रूजर या फिर नेकेड. तो चलिए यहां हम आपको बताते हैं कि दोपहिया वाहन कितने प्रकार के होते हैं और भारत में कितने प्रकार के मौजूद हैं.
1. स्कूटर: इस क्लास से तो हर कोई वाकिफ होगा. स्कूटर छोटे और हल्के दोपहिया वाहन होते हैं. आधुनिक स्कूटर्स गियर शिफ्टिंग की परेशानी को खत्म कर दिया गया है और इससे राइडर को बेहद आराम मिलता है.
देखा जाए तो स्कूटर्स में पूरी तरह से संलग्न बॉडीवर्क और कम शक्ति वाले इंजन होते हैं, जो 50 सीसी और उससे अधिक के होते हैं. स्कूटर्स बाइक की तुलना में अलग होते हैं, हालांकि हम इन्हें ईंधन-कुशल उतना नहीं कह सकते. स्कूटर सेगमेंट में होंडा, हीरो, सुजुकी और टीवीएस कंपनी मुख्य खिलाड़ी हैं.
2. कम्यूटर बाइक्स: भारत में कम्यूटर मोटरसाइकिलों की मांग सबसे ज्यादा है. इसी के चलते इस कैटेगरी में आपको बहुत सारे विकल्प मिल जाएंगे. क्रूजर टाइप से लेकर नेकेट टाइप तक, कई तरह के बॉडी टाइप इस कैटेगरी में शमिल हो जाते हैं और फिट बैठते हैं.
इस कैटेगरी को कंपनियां युवाओं को ध्यान में रखकर बनाती हैं, जो इकोनोम्यूटर बाइक्स की तुलना में थोड़ी महंगी पड़ती हैं. लेकिन इनका परफॉर्मेंस बहुत ही शानदार होता है और इनकी ईंधन दक्षता भी अच्छी होती है. इन बाइक्स को हीरो, होंडा और टीवीएस जैसी कंपनियां भारत में बना रही हैं.
3. इकॉनोम्यूटर बाइक्स: ऊपर हमने एक कैटेगरी का नाम बताया इकॉनोम्यूटर. इकॉनोम्यूटर मोटरसाइकिलें एक प्राथमिक उद्देश्य के लिए बनाई गई बाइक हैं, जो आपीक जेब पर बहुत हल्का असर डालती हैं.
ये बाइक्स 100cc इंजन क्षमता के साथ शुरू होती हैं और इनमें 125cc या 135cc तक इंजन लगाए जाते हैं. उनमें से कुछ को मामूली डिज़ाइन मिलता है, जबकि कुछ आधुनिक डिज़ाइन के साथ आते हैं. भारत में इस सेगमेंट की बाइक्स को टीवीएसस, यामाहा और बजाज जैसी कंपनियां बेच रही हैं.
4. स्ट्रीट/नेकेड बाइक्स: भारतीय बाजार में स्ट्रीट और नेकेड मोटरसाइकिलें अलग-अलग क्यूबिक कैपेसिटी (सीसी) के साथ आती हैं. ये बाइक्स 150cc कैटेगरी के साथ-साथ 200cc और उससे ऊपर की क्षमता के साथ भी बेची जाती है. वे आम तौर पर बल्की दिखती हैं और किसी फेयरिंग या विंडस्क्रीन या किसी फैंसी विशाल बॉडी किट के साथ नहीं आते हैं.
इनके फ्रेम और चेसिस को उजागर किया जाता है, हालांकि यह काम ज्यादा स्टाइलिंग के लिए किया जाता है. वैसे तो इस सेगमेंट में कंपनियों की लंबी लिस्ट है, लेकिन भारत में केटीएम, हस्कवरना और डुकाटी जैसी कंपनियां इन बाइक्स को बेच रही हैं.
5. स्पोर्ट मोटरसाइकिल: स्पोर्ट मोटरसाइकिलें अत्यधिक परफॉर्मेंस देने के लिए बनाई गई हैं और रेस ट्रैक पर अपनी क्षमता साबित कर सकती हैं. इनमें हल्का फ्रेम और हाई-परफॉर्मेंस इंजन दिया जाता है. हो सकता है कि वे आपको सर्वोत्तम आराम या ईंधन दक्षता न दे सकें.
लेकिन हाई-स्पीड, शानदार परफॉर्मेंस, हैंडलिंग और ग्रिप वे चीजें हैं, जिनकी वजह से ग्राहक इसकी ओर खिंचे चले आते हैं. जहां तक भारतीय बाजार की बात है, तो यहां 150cc सेगमेंट में भी स्पोर्ट्स स्टाइल वाली बाइक मिलती हैं. यामाहा, होंडा, डुकाटी जैसी कंपनियां भारत में इन बाइक्स को बेच रही हैं.
6. क्रूजर मोटरसाइकिल: क्रूजर मोटरसाइकिलें विशेष रूप से आरामदायक क्रूजिंग के लिए डिज़ाइन की जाती हैं. आरामदायक सीटें और ऊंचे हैंडलबार इन बाइक्स की बिक्री के बिंदु हैं. ये बाइक्स आपको त्वरित परफॉर्मेंस प्रदान नहीं करेंगी, लेकिन आराम और लुक्स के मामले में इन बाइक्स का कोई जोड़ नहीं.
इन्हें अन्य प्रकार की मोटरसाइकिलों की तुलना में तुलनात्मक रूप से कम ऊंचाई मिलती है, जो इन्हें छोटे राइडर्स के लिए भी उपयुक्त विकल्प बनाती है. रोज़मर्रा के ट्रैफ़िक, शहर या लंबी दूरी की राइड के लिए ये मोटरसाइकिलें उपयुक्त होती हैं. इस सेगमेंट में रॉयल एनफील्ड, येज्दी, जावा और हार्ले डेविडसन जैसी कंपनियां इन बाइक्स को बेच रही हैं.
7. टूरिंग मोटरसाइकिल: टूरिंग मोटरसाइकिलों को टूरिंग और लंबी दूरी की सवारी के लिए सवारों की विशेष जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है. ये बाइक आमतौर पर काफी शक्तिशाली इंजन के साथ बड़े आकार की होती हैं, इसलिए सवार यात्रा पर अपने साथ सामान और यहां तक कि एक यात्री भी ला सकते हैं.
उच्च इंजन शक्ति और बड़े आकार के कारण, ये मोटरसाइकिलें विशेषज्ञ लोगों के लिए होती हैं, न कि शुरुआती लोगों के लिए. इन बाइक्स को रॉयल एनफील्ड, येज्दी, होंडा और कुछ कंपनियां बना रही हैं.
8. मॉर्डन क्लासिक मोटरसाइकिल: इन मोटरसाइकिलों की लोकप्रियता में हाल ही में बढ़ोतरी हुई है, जो दिखने में पुराने स्टाइल की हैं, लेकिन इन्हें आधुनिक फीचर्स के साथ बेचा जाता है. इसके निर्माताओं ने इस बात का खास ध्यान रखा है कि मॉर्डन-क्लासिक मॉडल की एक पूरी श्रृंखला जारी की जाए.
ये बाइक आम तौर पर फ्यूल-इंजेक्टेड होती हैं. इनमें सीट की ऊंचाई कम होती है, आधुनिक कम्पोनेंट्स का इस्तेमाल किया जाता है और बैठने की पोजिशन अधिक सीधी होती है. इन बाइक्स को रॉयल एनफील्ड, बेनेली, जावा, येज्दी और कावासाकी जैसी कंपनियां बेच रही हैं.
9. डर्ट बाइक्स: असल डर्टबाइक आमतौर पर 4-स्ट्रोक, 2-स्ट्रोक या इलेक्ट्रिक मॉडल में आती हैं. ये मोटरसाइकिलें पूरी तरह से ऑफ-रोड राइडिंग के लिए डिज़ाइन की जाती हैं. भारत में ये बाइक्स स्ट्रीट लीगल नहीं हैं, क्योंकि इन्हें स्ट्रीट-लीगल बनाने के लिए हेडलाइट्स, टेललाइट्स, मिरर और टर्न सिग्नल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. भारत में इस सेगमेंट की बाइक्स की बिक्री सिर्फ एक कंपनी कावासाकी की ओर से की जाती है.
10. एडवेंचर मोटरसाइकिल (ADV): एडवेंचर बाइक, जिनके नाम से ही साफ पता चलता है कि ये मोटरसाइकिलें रोमांच के लिए डिज़ाइन की गई थीं. ये मजबूत बाइक आम तौर पर ऊंची सीट, लंबी विंडशील्ड, पर्याप्त सस्पेंशन ट्रैवल, सीधी बैठने की स्थिति और सामान रखने के ढेर सारे विकल्पों से सुसज्जित होती हैं. अधिकांश एडीवी बाइक ऑन-रोड/ऑफ-रोड टायरों के साथ बेची जाती हैं. इन बाइक्स को बेनेली, बीएमडब्ल्यू और ट्रायम्फ जैसी कंपनियां बना रही हैं और भारत में बेच रही हैं.