नई दिल्ली : एशिया के सबसे तेजी से बढ़ते पीआर-एसएएएस स्टार्ट-अप विजीकी के आईटीईएस (इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इनेबल्ड सर्विसेज) पावर मूवर्स 2020 रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में वर्क फ्रॉम होम और डेस्टिनेशन हायरिंग नए रुझान हैं.
इस रिपोर्ट ने भारतीय आईटीईएस क्षेत्र के टॉप 25 कंपनियों पर प्रकाश डाला गया है. आईटीईएस पावर मूवर्स 2020 रिपोर्ट के अनुसार, इन्फोसिस, टीसीएस, विप्रो, आईबीएम, कॉग्निजेंट 2020 की टॉप 5 आईटी कंपनियां हैं.
इसके अलावा, सर्विस और प्रोजक्ट संबंधी खुलासे से पता चलता है कि आईटीईएस सेवाओं में तीन भारतीय आईटी दिग्गज, इंफोसिस, टीसीएस और विप्रो टॉप पर हैं. एंटरप्राइज प्रोजक्ट कैटेगरी में, डेल, एचपी, सिस्को और ओरेकल लीडर के रूप में उभर कर सामने आए हैं.
यह रिपोर्ट आईटीईएस स्पेस में उभरते रुझानों के बारे में बताती है, जैसे कि वर्क फ्रॉम होम टेक्नोलॉजी को अपनाना, क्लाउड ऑफरिंग को शामिल करना और इस साल हुए लाभ और साझेदारी की मजबूत लाइनअप. टॉप कंपनियों की घोषणाओं के विश्लेषणों से पता चलता है कि महामारी ने इस उद्योग में पारंपरिक आउटसोर्सिंग की प्रवृत्ति को सफलतापूर्वक बदल दिया है और एक लोकप्रिय प्रैक्टिस के रूप में डेस्टिनेशन हायरिंग में वृद्धि को जन्म दिया है.
ट्रेंड पर टिप्पणी करते हुए, विजीकी के सीईओ और सह-संस्थापक, अंशुल सुशील ने कहा, 'साल की पहली छमाही में बड़े पैमाने पर छंटनी और वेतन कटौती को लेकर सुर्खियों में रहने के साथ भारतीय आईटी उद्योग निश्चित रूप से अपने कठिन दौर से गुजरा है. उनको नए नॉर्मल को अपनाने में समय लगा है. अपने एनालिटिक्स टूल्स के माध्यम से खबरों के बारे में गहनता से पता लगाकर हमने यह तय किया कि डेस्टिनेशन हायरिंग और रिमोट वर्किंग इस इंडस्ट्री में उभरता हुआ ट्रेंड है.'
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ब्रांडों के लिए न्यूज एनालिटिक्स के महत्व पर अपने विचार साझा करते हुए उन्होंने कहा, 'विजीकी में, हम बिग डेटा टेक्नोलॉजीज जैसे कि प्रिडिक्टिव एनालिटिक्स और मशीन लर्निंग के साथ लाखों न्यूज डेटा पॉइंट्स का विश्लेषण करते हैं. सभी सेक्टरों और समाचार लेखों के गहन विश्लेषण से हमें विभिन्न ब्रांडों के लिए सार्थक और महत्वपूर्ण डेटा की पूरी पहचान करने में मदद मिलती है.'
रिपोर्ट में उद्योग के टॉप रुझानों का किया गया विश्लेषण :
वैश्विक स्तर पर इसकी छाप : कम उत्साह, यात्रा और वीजा अनिश्चितताओं के कारण, अधिकांश आईटीईएस फर्मो ने डेस्टिनेशन हायरिंग की योजना की घोषणा की. महामारी ने आउटसोर्सिंग की प्रवृत्ति को उलट दिया और दुनियाभर में रिमोट वर्किंग को प्रोत्साहन देने के लिए अधिक आत्मविश्वास दिखाया.
घर से काम : अधिकांश आईटी कंपनियों ने पोस्ट लॉकडाउन नई वास्तविकताओं को समायोजित किया. सेक्टर की सभी कंपनियों ने न्यू नॉर्मल में घर से काम कराने के फॉमूर्ले को अपनाकर बड़े पैमाने पर बदलाव किए. देश में सबसे बड़े व्हाइट कॉलर एम्प्लॉयर होने के नाते हायरिंग रीकंसीलिएशन, वर्चुअल इंटरव्यू और वर्क फ्रॉम होम फ्रेशर से लेकर मिड लेवल हायरिंग तक के लिए चार्च में रहा.
क्लाउड के लिए रास्ता बनाना : आईटीईएस कैटेगरी के लिए क्लाउड ऑफरिंग हुई. अधिकांश कंपनियों ने नए उत्पादों की घोषणा की, जो कोविड-19 के बाद घरेलू समाधान से बेहतर काम को बढ़ावा दे सकते हैं. टॉप 5 कंपनियों में से 4 ने क्लाउड ऑफरिंग को मजबूत करने के लिए पहल की घोषणा की.
अकार्बनिक विकास : सेक्टर की कई कंपनियों को इस समय में अकार्बनिक विकास (इनऑर्गेनिक) और नई साझेदारी के अवसर मिले. सभी टॉप कंपनियों ने कोविड-19 प्रभाव के बीच लाभ और साझेदारी की योजनाओं की घोषणा की.
सुशील ने कहा, 'हमने निष्कर्षो के लिए 9 मीट्रिक या फैक्टर्स का इस्तेमाल किया है, जैसे कि सेंटीमेंट स्कोर, मीडिया में कंपनी की धारणा का एक संकेतक, प्रॉमिनेंस स्कोर में प्रतिष्ठित मीडिया हाउसों में कवरेज, कंसिस्टेंसी स्कोर, वॉल्यूमेट्रिक स्कोर, लीडरहेड स्कोर में कंपनी फोकस्ड मीडिया कवरेज शामिल है. रेंज स्कोर में पत्रकारों और प्रकाशनों के साथ जुड़ाव को मापना शामिल है. विजिकी न्यूजमेकर स्कोर जो कि सभी मेट्रिक्स का संयुक्त भारित स्कोर है और अंत में, विजिकी रैंक वीजिकी न्यूजमेकर स्कोर के आधार पर सौंपा गया है.'