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Infosys Prize 2022 : 6 भारतीय वैज्ञानिकों को मिला स्वर्ण पदक और एक-एक लाख डॉलर की इनामी राशि - नारायण मूर्ति

इंफोसिस साइंस फाउंडेशन की ओर से भारत और दुनिया के विकास के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में विशेष काम के लिए इंफोसिस पुरस्कार 2022 (Infosys Prize 2022) दिया गया है. छह श्रेणियों में विजेताओं को स्वर्ण पदक, प्रशस्ति पत्र और 100,000 डॉलर पुरस्कार से सम्मानित किया गया. पढ़ें पूरी खबर..

Professor Shafi Goldwasser
प्रोफेसर शफी गोल्डवेसर
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Published : Jan 8, 2023, 9:33 AM IST

बेंगलुरू: ट्यूरिंग अवॉर्ड विजेता और अमेरिका में सिमंस इंस्टीट्यूट फॉर द थ्योरी ऑफ कंप्यूटिंग की निदेशक प्रोफेसर शफी गोल्डवेसर (Professor Shafi Goldwasser) ने शनिवार को कहा कि भारत के वैज्ञानिकों ने दुनिया को जो कुछ दिया है, उससे वह हैरान हैं. गोल्डवेसर शनिवार को इंफोसिस साइंस फाउंडेशन (Infosys Science Foundation) द्वारा आयोजित इंफोसिस पुरस्कार 2022 समारोह में बेंगलुरू में बोल रही थीं.

वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए मिलता है इंफोसिस पुरस्कार: प्रोफेसर शफी गोल्डवेसर ने कहा कि मैं इंफोसिस साइंस फाउंडेशन को उन शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों और मानवतावादियों, जो प्रगति के सच्चे नायक हैं, को श्रद्धांजलि और सम्मान देने के लिए सलाम करती हूं. वहीं इंफोसिस साइंस फाउंडेशन के अध्यक्ष कृष गोपालकृष्णन ने विज्ञान और अनुसंधान में निवेश के महत्व पर जोर देते हुए कहा, इंफोसिस साइंस फाउंडेशन ने भारत और दुनिया के विकास के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान के महत्व को उजागर करने के लिए इंफोसिस पुरस्कार की स्थापना की है.

इंफोसिस साइंस फाउंडेशन (आईएसएफ) ने शनिवार को इंफोसिस पुरस्कार 2022 के विजेताओं को शोध में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया. छह श्रेणियों में इंफोसिस पुरस्कार 2022 के विजेता हैं- इनमें इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर की प्रोफेसर सुमन चक्रवर्ती, मानविकी के क्षेत्र में नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु के कुलपति सुधीर कृष्णस्वामी, लाइफ साइंसेज के क्षेत्र में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च मुंबई की प्रोफेसर और चेयरपर्सन विदिता वैद्य, गणितीय विज्ञान के क्षेत्र में भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु के प्रोफेसर महेश काकड़े, भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में नेशनल सेंटर फॉर रेडियो एस्ट्रोनॉमी, पुणे की प्रोफेसर निसिम कानेकर और सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में आर्थिक विकास केंद्र, येल विश्वविद्यालय अर्थशास्त्र की प्रोफेसर और निदेशक रोहिणी पांडे शामिल हैं.

मुख्य अतिथि प्रो. गोल्डवेसर ने सभी श्रेणियों के विजेताओं को स्वर्ण पदक, प्रशस्ति पत्र और 100,000 डॉलर पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम में बिजनेस, नेताओं, युवा शोधकर्ताओं और छात्रों के साथ-साथ दुनिया भर के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों ने भाग लिया. इंफोसिस साइंस फाउंडेशन के ट्रस्टी कृष गोपालकृष्णन, नारायण मूर्ति, श्रीनाथ बटनी, एके. दिनेश, नंदन नीलेकणि, मोहनदास पई, सलिल पारेख और एसडी. शिबूलाल पुरस्कार समारोह में मुख्य रूप से उपस्थित थे.
(आईएएनएस)

ये भी पढ़ें-भारत में वास्तविकता का अर्थ है करप्शन और गंदी सड़कें: नारायण मूर्ति

बेंगलुरू: ट्यूरिंग अवॉर्ड विजेता और अमेरिका में सिमंस इंस्टीट्यूट फॉर द थ्योरी ऑफ कंप्यूटिंग की निदेशक प्रोफेसर शफी गोल्डवेसर (Professor Shafi Goldwasser) ने शनिवार को कहा कि भारत के वैज्ञानिकों ने दुनिया को जो कुछ दिया है, उससे वह हैरान हैं. गोल्डवेसर शनिवार को इंफोसिस साइंस फाउंडेशन (Infosys Science Foundation) द्वारा आयोजित इंफोसिस पुरस्कार 2022 समारोह में बेंगलुरू में बोल रही थीं.

वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए मिलता है इंफोसिस पुरस्कार: प्रोफेसर शफी गोल्डवेसर ने कहा कि मैं इंफोसिस साइंस फाउंडेशन को उन शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों और मानवतावादियों, जो प्रगति के सच्चे नायक हैं, को श्रद्धांजलि और सम्मान देने के लिए सलाम करती हूं. वहीं इंफोसिस साइंस फाउंडेशन के अध्यक्ष कृष गोपालकृष्णन ने विज्ञान और अनुसंधान में निवेश के महत्व पर जोर देते हुए कहा, इंफोसिस साइंस फाउंडेशन ने भारत और दुनिया के विकास के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान के महत्व को उजागर करने के लिए इंफोसिस पुरस्कार की स्थापना की है.

इंफोसिस साइंस फाउंडेशन (आईएसएफ) ने शनिवार को इंफोसिस पुरस्कार 2022 के विजेताओं को शोध में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया. छह श्रेणियों में इंफोसिस पुरस्कार 2022 के विजेता हैं- इनमें इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर की प्रोफेसर सुमन चक्रवर्ती, मानविकी के क्षेत्र में नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु के कुलपति सुधीर कृष्णस्वामी, लाइफ साइंसेज के क्षेत्र में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च मुंबई की प्रोफेसर और चेयरपर्सन विदिता वैद्य, गणितीय विज्ञान के क्षेत्र में भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु के प्रोफेसर महेश काकड़े, भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में नेशनल सेंटर फॉर रेडियो एस्ट्रोनॉमी, पुणे की प्रोफेसर निसिम कानेकर और सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में आर्थिक विकास केंद्र, येल विश्वविद्यालय अर्थशास्त्र की प्रोफेसर और निदेशक रोहिणी पांडे शामिल हैं.

मुख्य अतिथि प्रो. गोल्डवेसर ने सभी श्रेणियों के विजेताओं को स्वर्ण पदक, प्रशस्ति पत्र और 100,000 डॉलर पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम में बिजनेस, नेताओं, युवा शोधकर्ताओं और छात्रों के साथ-साथ दुनिया भर के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों ने भाग लिया. इंफोसिस साइंस फाउंडेशन के ट्रस्टी कृष गोपालकृष्णन, नारायण मूर्ति, श्रीनाथ बटनी, एके. दिनेश, नंदन नीलेकणि, मोहनदास पई, सलिल पारेख और एसडी. शिबूलाल पुरस्कार समारोह में मुख्य रूप से उपस्थित थे.
(आईएएनएस)

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