नई दिल्ली : स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा 30 सीबीआई अधिकारियों-कर्मियों को घोषित सेवा पदक में शराब कारोबारी विजय माल्या से जुड़े बैंक धोखाधड़ी मामले और अन्य चर्चित मामलों की जांच का नेतृत्व कर रहे सीबीआई के संयुक्त निदेशक मनोज शशिधर भी शामिल हैं. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी.
इन सम्मानों की घोषणा 75वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर की गई.
शशिधर भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 1994 बैच के अधिकारी हैं. गुजरात कैडर के अधकारी शशिधर अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला, सुशांत राजपूत मौत मामला और महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ लगे भ्रष्टाचारों के मामलों की जांच की देखरेख कर रहे हैं. उन्हें उनकी उल्लेखनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है.
सीबीआई में आने से पहले शशिधर सूरत के पुलिस आयुक्त थे और वह गुजरात अपराध शाखा, आतंकवाद रोधी दस्ते, पुलिस नियमावली समीक्षा सहित कई अहम विभागों का नेतृत्व कर चुके हैं.
अधिकारियों ने बताया कि शशिधर के अलावा अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले की जांच का नेतृत्व कर रहे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामअवतार यादव और हिमाचल प्रदेश के कोखई में लड़की से दुष्कर्म मामले की जांच करने वाली उपाधीक्षक सीमा पहुजा को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है.
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एजेंसी ने बयान में बताया कि सीबीआई में कार्यरत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कप्तान सिंह लोहचाब, विशेष इकाई के सहायक उप निरीक्षक नरेश कुमार, हेडकांस्टेबल लक्ष्मी चंद, पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र सिंह चौहान, नरेश तलवार, रविंद्र कुश, हरजीत सिंह सचान, अजीत सिंह और सतीश चंद्र झा, निरीक्षक गणेश लिंगैया, पी मुथुकुमार, एम शशिरेखा और ज्योरित रंजन बारिक, एएसआई वीर सिंह, छिगन लाल, लाला राम और कंवर सिंह, हेडकांस्टेबल कार्तिक शित, गंगा लहरी शर्मा, मनबीर सिंह पटवाल और वेद प्रकाश, कांस्टेबल कुंतल चटोपाध्याय, चेथिल्वेल पोनैया, मनोज नारायण पटांकर और संतोष महादेव पवार और कार्यालय अधीक्षक पूनम दुग्गल को भी यह सम्मान मिला है.
(पीटीआई-भाषा)