नई दिल्ली/पलवल: जिले के दीघौट गांव से 38 वर्षीय एक व्यक्ति का अपहरण कर लिया गया था. छह दिन बीत जाने के बावजूद भी पलवल पुलिस के हाथ खाली हैं. जबकि पीड़ित परिवार ने आरोपियों के नाम बताकर शिकायत दी है. अपह्रत के परिजनों ने उसकी पत्नी, साले और ससुर द्वारा अपहरण करने के आरोप लगाते हुए शिकायत दी है. फिलहाल केस होड़ल सीआईए को सौंप दिया गया है. पुलिस के इस ढुलमुल रवैये से ग्रामीणों में रोष है.
क्या है मामला ?
दीघौट गांव में 26 जुलाई रविवार को 38 वर्षीय सुंदर अपने घर में सो रहा था. करीब 11 बजे उसे किसी ने नाम लेकर घर से बाहर बुलाया और उसके साथ झगड़ा करने लगा. तभी सुंदर ने अपने बेटे कृष्ण को आवाज लगाई. जब तक बेटा लाठी लेकर घर से बाहर आया. किडनैपर उसके पिता को गाड़ी में लेकर फरार हो गए.
इसके बाद मामले की सूचना पलवल पुलिस को दी गई. पीड़ित परिवार वालों ने अपहरण का आरोप सुंदर की पत्नी सोनम, साला सतपाल, पप्पू और ससुर पर लगाते हुए दीघौट चौकी पुलिस को लिखित शिकायत दी, लेकिन छह दिन बीत जाने के बावजूद भी पुलिस के हाथ खाली हैं.
अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है
पुलिस आरोपियों का अभी तक कोई पता भी नहीं लगा सकी है. अपहृत के बेटे कृष्ण ने बताया कि उसे तो यह भी नहीं पता कि उसके पिता अभी तक जीवित है भी की नहीं. इसको लेकर वो पलवल एसपी दीपक गहलावत से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है. उसने कहा कि पुलिस इस मामले में सुस्त रवैया अपना रही है.
वहीं जब इस बारे में जांच अधिकारी दुर्गा प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अभी मामले की जांच चल रही है. अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है. जिन लोगों पर अपहरण का आरोप है. उनसे पूछताछ की जा चुकी है.