नई दिल्ली: मणिपुर से हेरोइन की खेप लाकर दिल्ली-एनसीआर और बरेली में सप्लाई करने वाले दो युवकों को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. इनके पास से 10 किलो हेरोइन बरामद की गई हैं, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 40 करोड़ रुपये बताई गई हैं. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी गाड़ी में हेरोइन की खेप छुपा कर लाते थे. इस गैंग का सरगना मणिपुर का रहने वाला अली है, जिसकी तलाश में स्पेशल सेल की टीम छापेमारी कर रही है.
डीसीपी संजीव यादव के अनुसार ड्रग्स सप्लाई करने वाले गैंग को लेकर स्पेशल सेल की टीम लगातार कम काम कर रही थी. इस दौरान उन्हें मणिपुर के रहने वाले अली के बारे में पता चला जो अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से ड्रग्स की तस्करी करता है. यहां से हेरोइन लेकर वह गुवाहाटी, दार्जिलिंग, सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल और दिल्ली तक इसकी सप्लाई करता है. इसे लेकर स्पेशल सेल की टीम काम कर रही थी. उन्हें पता चला कि मोहम्मद इकबाल खान और मोहम्मद इशाक हेरोइन की खेप दिल्ली लेकर आते हैं. 23 जुलाई को एसआई राज सिंह को सूचना मिली कि अली के निर्देश पर मोहम्मद इकबाल और इशाक सुबह के समय संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर सफेद रंग की कार में हेरोइन लेकर आएंगे.
दोनों आरोपी हुए गिरफ्तार, 10 किलो हेरोइन बरामद
इस जानकारी पर एसीपी जसबीर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर पूरण पंत की टीम ने जाल बिछाया और यहां से दो आरोपियों को पकड़ लिया. इनके पास मौजूद बैग से 8 किलो हेरोइन बरामद हुई. इसे लेकर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया. पूछताछ में इकबाल खान और इशाक ने बताया कि वह मणिपुर निवासी अली से यह खेप लेकर दिल्ली और बरेली में सप्लाई करने जा रहे थे. उन्होंने ड्रग्स गाड़ी में छुपा रखी थी. उनकी गाड़ी किसी कारण से बरेली हाईवे पर है. उस गाड़ी में 2 किलो हेरोइन भी है. इस जानकारी पर पुलिस टीम गाड़ी के पास पहुंची और उसे जब्त कर दो किलो हेरोइन बरामद कर ली. आरोपी ने पुलिस को बताया कि उन्होंने पुलिस को चकमा देने के लिए गाड़ी पर सफेद रंग करवाया था. वह प्रत्येक चक्कर में 50 हजार रुपये खर्च कर गाड़ी का रंग बदल देता है.
एक चक्कर के मिलते थे एक लाख रुपये
गिरफ्तार किया गया इकबाल खान पेशे से ड्राइवर है. गाड़ी चलाने के दौरान वह अली के संपर्क में आया और ड्रग्स की तस्करी करने लगा. वह पिछले एक साल से ड्रग्स की तस्करी कर रहा है. प्रत्येक चक्कर के लिए उसको एक लाख रुपये मिलते थे. उसने मोहम्मद इशाक को अपने साथ इस तस्करी के काम में शामिल किया था. वह उसे एक चक्कर के लिए 30 हजार रुपये देता था. आरोपी इशाक एक राज मिस्त्री है. उसने इकबाल के घर में 7 महीने पहले काम किया था. उसी दौरान उनके बीच दोस्ती हुई और उसने इशाक को तस्करी का हिस्सा बना लिया.