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सहेली की बेटी ने ही प्रेमी के साथ मिलकर उतार दिया मौत के घाट, CCTV ने खोला राज

विशेष आयुक्त सतीश गोलचा ने बताया कि बीते 22 जून की रात वसंत विहार स्थित वसंत अपार्टमेंट के एक मकान में बुजुर्ग दंपत्ति एवं उनकी नर्सिंग अटेंडेंट खुशबू की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी.

आरोपी गिरफ्तार
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Published : Jun 26, 2019, 11:12 PM IST

Updated : Jun 26, 2019, 11:19 PM IST

नई दिल्ली: वसंत विहार ट्रिपल मर्डर में मृतक दंपति की बेटी से मिले एक सुराग ने क्राइम ब्रांच को कातिलों तक पहुंचा दिया. युवती ने पुलिस को बताया कि बीते 17 जून को उनके घर पर अचानक प्रीति सहरावत आई थी जिससे उनके पारिवारिक रिश्ते हैं. पुलिस ने जब प्रीति के बारे में पता किया तो उन्हें शक हुआ. इसके बाद पुलिस ने प्रीति सहरावत को उसके बॉयफ्रेंड मनोज भट्ट के साथ गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से 86 हजार रुपये नकद एवं लूटे गए गहने बरामद हो गए हैं.

हत्या की गुत्थी सुलझी



विशेष आयुक्त सतीश गोलचा ने बताया कि बीते 22 जून की रात वसंत विहार स्थित वसंत अपार्टमेंट के एक मकान में बुजुर्ग दंपत्ति एवं उनकी नर्सिंग अटेंडेंट खुशबू की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच के एसीपी जसबीर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर नीरज कुमार, विजय, सामरिया, एसआई मनोज यादव और सुरेंद्र शर्मा की टीम छानबीन कर रही थी. पुलिस टीम ने इस मामले में सबसे पहले मृतक दंपति की बेटी से बात की.

महिला की बेटी से मिला सुराग
पुलिस टीम को दंपत्ति की बेटी ने बताया कि प्रीति सहरावत उर्फ मोना बीते 17 जून को उनके घर पर आई थी. रात को वह उनके घर पर ही रुकी थी. उसने खुशबू के मोबाइल से उससे भी बात की थी. दरअसल यह प्रीति उसकी मम्मी शशि माथुर की सहेली की बेटी है. लंबे समय के बाद वह उनके घर पर आई थी. इस बात से पुलिस को प्रीति के ऊपर शक हुआ. पुलिस टीम ने उसके ऊपर नजर रखना शुरू किया. इस दौरान पता चला कि 23 जून से वह अपने घर को छोड़कर लिव-इन पार्टनर मनोज भट्ट के साथ एक होटल में ठहरी हुई है. 25 जून को उन्होंने यह होटल का कमरा बदला और एक दूसरे होटल में रहने के लिए चले गए. इससे पुलिस का शक गहरा गया.

सख्ती से पूछताछ में कबूला गुनाह
पुलिस टीम ने छापा मारकर दोनों को गुरुग्राम से हिरासत में ले लिया. इस दौरान पुलिस ने मनोज भट्ट के गले में सोने की चेन और अंगुली में एक हीरे की अंगूठी देखी जबकि उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी. जांच में पता लगा कि यह बुजुर्ग की हत्या के बाद उनके शरीर से लूटे गए गहने हैं. सख्ती से पूछताछ करने पर दोनों ने ट्रिपल मर्डर को अंजाम देने की बात कबूल कर ली. उन्होंने बताया कि वह पहले पीजी चलाते थे. इसमें घाटा होने पर उन्होंने रेस्टोरेंट खोला लेकिन इसमें भी उन्हें घाटा हुआ. उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. इसके लिए वह कहीं से जल्दी रूपए कमाना चाहते थे.

लूट के लिए चुना बुजुर्ग का घर
17 जून को इसी मकसद से प्रीति बुजुर्ग दंपति के घर गई थी. वहां से लौटने के बाद उसने मनोज को बताया कि उनके घर में काफी अच्छा पैसा व गहने मिल सकते हैं. 21 जून को उन्होंने वहां जाकर इस जगह की रेकी की. 22 जून की रात दोनों वसंत विहार इलाके में बाइक पर पहुंचे. प्रीति ने चुन्नी से अपना चेहरा ढका हुआ था जबकि मनोज ने हेलमेट लगा रखा था. प्रीति ने ऊपर जाकर दरवाजा खुलवाया और इसके बाद वहां पर मनोज भी आ गया.

ऐसे दिया गया वारदात को अंजाम
प्रीति से मिलने के बाद बुजुर्ग महिला अपने कमरे में सोने के लिए चली गई. यहां पर कोल्ड ड्रिंक में शराब मिलाकर मनोज भट्ट पहुंचा था. उसने गिलास लेकर शराब मिली हुई कोल्ड ड्रिंक पी. कुछ ही देर में खुशबू चाय बना कर ले आई. उन्होंने सबसे पहले खुशबू का गला दबा के ताबड़तोड़ चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद वह बुजुर्ग के कमरे में गए और वहां पर दोनों की हत्या करने के बाद लूटपाट की. इसके बाद वह घर से उनके मोबाइल फोन हत्या में इस्तेमाल चाकू और लूटा गया सामान लेकर निकल गए रास्ते में उसने पहले चाकू को फेंक दिया और कुछ आगे जाने के बाद एक पोटली में उनके मोबाइल फेंक दिए थे.

नई दिल्ली: वसंत विहार ट्रिपल मर्डर में मृतक दंपति की बेटी से मिले एक सुराग ने क्राइम ब्रांच को कातिलों तक पहुंचा दिया. युवती ने पुलिस को बताया कि बीते 17 जून को उनके घर पर अचानक प्रीति सहरावत आई थी जिससे उनके पारिवारिक रिश्ते हैं. पुलिस ने जब प्रीति के बारे में पता किया तो उन्हें शक हुआ. इसके बाद पुलिस ने प्रीति सहरावत को उसके बॉयफ्रेंड मनोज भट्ट के साथ गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से 86 हजार रुपये नकद एवं लूटे गए गहने बरामद हो गए हैं.

हत्या की गुत्थी सुलझी



विशेष आयुक्त सतीश गोलचा ने बताया कि बीते 22 जून की रात वसंत विहार स्थित वसंत अपार्टमेंट के एक मकान में बुजुर्ग दंपत्ति एवं उनकी नर्सिंग अटेंडेंट खुशबू की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच के एसीपी जसबीर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर नीरज कुमार, विजय, सामरिया, एसआई मनोज यादव और सुरेंद्र शर्मा की टीम छानबीन कर रही थी. पुलिस टीम ने इस मामले में सबसे पहले मृतक दंपति की बेटी से बात की.

महिला की बेटी से मिला सुराग
पुलिस टीम को दंपत्ति की बेटी ने बताया कि प्रीति सहरावत उर्फ मोना बीते 17 जून को उनके घर पर आई थी. रात को वह उनके घर पर ही रुकी थी. उसने खुशबू के मोबाइल से उससे भी बात की थी. दरअसल यह प्रीति उसकी मम्मी शशि माथुर की सहेली की बेटी है. लंबे समय के बाद वह उनके घर पर आई थी. इस बात से पुलिस को प्रीति के ऊपर शक हुआ. पुलिस टीम ने उसके ऊपर नजर रखना शुरू किया. इस दौरान पता चला कि 23 जून से वह अपने घर को छोड़कर लिव-इन पार्टनर मनोज भट्ट के साथ एक होटल में ठहरी हुई है. 25 जून को उन्होंने यह होटल का कमरा बदला और एक दूसरे होटल में रहने के लिए चले गए. इससे पुलिस का शक गहरा गया.

सख्ती से पूछताछ में कबूला गुनाह
पुलिस टीम ने छापा मारकर दोनों को गुरुग्राम से हिरासत में ले लिया. इस दौरान पुलिस ने मनोज भट्ट के गले में सोने की चेन और अंगुली में एक हीरे की अंगूठी देखी जबकि उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी. जांच में पता लगा कि यह बुजुर्ग की हत्या के बाद उनके शरीर से लूटे गए गहने हैं. सख्ती से पूछताछ करने पर दोनों ने ट्रिपल मर्डर को अंजाम देने की बात कबूल कर ली. उन्होंने बताया कि वह पहले पीजी चलाते थे. इसमें घाटा होने पर उन्होंने रेस्टोरेंट खोला लेकिन इसमें भी उन्हें घाटा हुआ. उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. इसके लिए वह कहीं से जल्दी रूपए कमाना चाहते थे.

लूट के लिए चुना बुजुर्ग का घर
17 जून को इसी मकसद से प्रीति बुजुर्ग दंपति के घर गई थी. वहां से लौटने के बाद उसने मनोज को बताया कि उनके घर में काफी अच्छा पैसा व गहने मिल सकते हैं. 21 जून को उन्होंने वहां जाकर इस जगह की रेकी की. 22 जून की रात दोनों वसंत विहार इलाके में बाइक पर पहुंचे. प्रीति ने चुन्नी से अपना चेहरा ढका हुआ था जबकि मनोज ने हेलमेट लगा रखा था. प्रीति ने ऊपर जाकर दरवाजा खुलवाया और इसके बाद वहां पर मनोज भी आ गया.

ऐसे दिया गया वारदात को अंजाम
प्रीति से मिलने के बाद बुजुर्ग महिला अपने कमरे में सोने के लिए चली गई. यहां पर कोल्ड ड्रिंक में शराब मिलाकर मनोज भट्ट पहुंचा था. उसने गिलास लेकर शराब मिली हुई कोल्ड ड्रिंक पी. कुछ ही देर में खुशबू चाय बना कर ले आई. उन्होंने सबसे पहले खुशबू का गला दबा के ताबड़तोड़ चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद वह बुजुर्ग के कमरे में गए और वहां पर दोनों की हत्या करने के बाद लूटपाट की. इसके बाद वह घर से उनके मोबाइल फोन हत्या में इस्तेमाल चाकू और लूटा गया सामान लेकर निकल गए रास्ते में उसने पहले चाकू को फेंक दिया और कुछ आगे जाने के बाद एक पोटली में उनके मोबाइल फेंक दिए थे.

Intro:नई दिल्ली
वसंत विहार ट्रिपल मर्डर में मृतक दंपति की बेटी से मिले एक सुराग ने क्राइम ब्रांच को कातिलों तक पहुंचा दिया. युवती ने पुलिस को बताया कि बीते 17 जून को उनके घर पर अचानक प्रीति सहरावत आई थी जिससे उनके पारिवारिक रिश्ते हैं. पुलिस ने जब प्रीति के बारे में पता किया तो उन्हें शक हुआ. इसके बाद पुलिस ने प्रीति सहरावत को उसके बॉयफ्रेंड मनोज भट्ट के साथ गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से 86 हजार रुपये नकद एवं लूटे गए गहने बरामद हो गए हैं.




Body:विशेष आयुक्त सतीश गोलचा ने बताया कि बीते 22 जून की रात वसंत विहार स्थित वसंत अपार्टमेंट के एक मकान में बुजुर्ग दंपत्ति एवं उनकी नर्सिंग अटेंडेंट खुशबू की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच के एसीपी जसबीर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर नीरज कुमार, विजय, सामरिया, एसआई मनोज यादव और सुरेंद्र शर्मा की टीम छानबीन कर रही थी. पुलिस टीम ने इस मामले में सबसे पहले मृतक दंपति की बेटी से बात की.


महिला की बेटी से मिला सुराग

पुलिस टीम को दंपत्ति की बेटी ने बताया कि प्रीति सहरावत उर्फ मोना बीते 17 जून को उनके घर पर आई थी. रात को वह उनके घर पर ही रुकी थी. उसने खुशबू के मोबाइल से उससे भी बात की थी. दरअसल यह प्रीति उसकी मम्मी शशि माथुर की सहेली की बेटी है. लंबे समय के बाद वह उनके घर पर आई थी. इस बात से पुलिस को प्रीति के ऊपर शक हुआ. पुलिस टीम ने उसके ऊपर नजर रखना शुरू किया. इस दौरान पता चला कि 23 जून से वह अपने घर को छोड़कर लिव-इन पार्टनर मनोज भट्ट के साथ एक होटल में ठहरी हुई है. 25 जून को उन्होंने यह होटल का कमरा बदला और एक दूसरे होटल में रहने के लिए चले गए. इससे पुलिस का शक गहरा गया.


सख्ती से पूछताछ में कबूला गुनाह
पुलिस टीम ने छापा मारकर दोनों को गुरुग्राम से हिरासत में ले लिया. इस दौरान पुलिस ने मनोज भट्ट के गले में सोने की चेन और अंगुली में एक हीरे की अंगूठी देखी जबकि उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी. जांच में पता लगा कि यह बुजुर्ग की हत्या के बाद उनके शरीर से लूटे गए गहने हैं. सख्ती से पूछताछ करने पर दोनों ने ट्रिपल मर्डर को अंजाम देने की बात कबूल कर ली. उन्होंने बताया कि वह पहले पीजी चलाते थे. इसमें घाटा होने पर उन्होंने रेस्टोरेंट खोला लेकिन इसमें भी उन्हें घाटा हुआ. उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. इसके लिए वह कहीं से जल्दी रूपए कमाना चाहते थे.



लूट के लिए चुना बुजुर्ग का घर
17 जून को इसी मकसद से प्रीति बुजुर्ग दंपति के घर गई थी. वहां से लौटने के बाद उसने मनोज को बताया कि उनके घर में काफी अच्छा पैसा व गहने मिल सकते हैं. 21 जून को उन्होंने वहां जाकर इस जगह की रेकी की. 22 जून की रात दोनों वसंत विहार इलाके में बाइक पर पहुंचे. प्रीति ने चुन्नी से अपना चेहरा ढका हुआ था जबकि मनोज ने हेलमेट लगा रखा था. प्रीति ने ऊपर जाकर दरवाजा खुलवाया और इसके बाद वहां पर मनोज भी आ गया.





Conclusion:ऐसे दिया गया वारदात को अंजाम
प्रीति से मिलने के बाद बुजुर्ग महिला अपने कमरे में सोने के लिए चली गई. यहां पर कोल्ड ड्रिंक में शराब मिलाकर मनोज भट्ट पहुंचा था. उसने गिलास लेकर शराब मिली हुई कोल्ड ड्रिंक पी. कुछ ही देर में खुशबू चाय बना कर ले आई. उन्होंने सबसे पहले खुशबू का गला दबा के ताबड़तोड़ चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद वह बुजुर्ग के कमरे में गए और वहां पर दोनों की हत्या करने के बाद लूटपाट की. इसके बाद वह घर से उनके मोबाइल फोन हत्या में इस्तेमाल चाकू और लूटा गया सामान लेकर निकल गए रास्ते में उसने पहले चाकू को फेंक दिया और कुछ आगे जाने के बाद एक पोटली में उनके मोबाइल फेंक दिए थे.
Last Updated : Jun 26, 2019, 11:19 PM IST
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