नई दिल्ली: दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के AATS की टीम ने अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान दिलशाद और कमल के रुप में हुई है. दोनों ही आरोपी यूपी के बागपत जिले के छपरौली के रहने वाले बताए जा रहे हैं. आरोपियों के पास से पांच 32 बोर के तमंचा, एक देशी पिस्तौल सहित 10 जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया है.
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने अपराधियों द्वारा अवैध तस्करी रोकने के लिए एसीपी अभिनंदन जैन के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया है. जिसमें एसआई गौतम मलिक के साथ एएटीएस इंस्पेक्टर नरेंद, एसआई महेश कुमार, एएसआई देवेंद्र , कानन सिंह, हेड कॉन्स्टेबल हरिओम, जयपाल कॉन्स्टेबल मुकेश, कप्टन, आकाश और रविदत्त को शामिल किया गया.
आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया
बता दें कि इस मामले की जांच करते हुए पुलिस टीम ने अवैध हथियार की तस्करी करने वाले गिरोह के सदस्यों की पहचान करने के लिए ठोस प्रयास किए. सूचना विकसित करने के लिए मैनुअल के साथ-साथ तकनीकी निगरानी भी रखी गई. इस दौरान एसआई गौतम मलिक को एक गुप्त जानकारी मिली कि दो अंतरराज्यीय हथियार और गोला बारूद की खेप दिल्ली में तस्करी के लिए आने वाली है. जिसके बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए एक जाल बिछाकर उन्हें गिरफ्तार किया गया.
वहीं आरोपियों ने खुलासा करते हुए बताया कि वह इन हथियारों की तस्करी दिल्ली के मोरी गेट में करने वाले थे. इसके साथ ही आरोपी हथियारों की तस्करी हरियाणा, मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों मे करते हैं. फिलहाल आरोपियों के खिलाफ आरकेपुरम थाने की पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.