वाशिंगटन डीसी : अमेरिकी सांसद रिचर्ड मैककॉर्मिक ने आर्थिक, सैन्य और रणनीतिक रूप से अमेरिका और भारत के बीच संबंधों पर जोर दिया. उन्होंने जोर देकर कहा कि सांसदों, चाहे वे डेमोक्रेट हों या रिपब्लिकन को भारत के संबंध पर अधिक ध्यान देना चाहिए. वह आगामी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रक्षा सौदों पर हस्ताक्षर करने से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रहे थे. उन्होंने भारत अमेरिका के बीच बड़े हथियारों वाले ड्रोन के एक सौदे की खबरों पर भी टिप्पणी की.
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि दोनों देश रणनीतिक, आर्थिक, सैन्य रूप से जितना अधिक जुडेंगे उतना बेहतर होगा. उन्होंने दोनों देशों के सामने खड़े खतरों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जिसके पड़ोस में चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश है. उन्होंने कहा कि भारत की रणनीतिक स्थिति अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण है. हमें दुनिया के उस हिस्से में चुनौतियों से निपटने के लिए एक मजबूत साथी की जरूरत है. कोई ऐसा जो उन ताकतों का मुकाबला कर सके.
मीडिया में प्रकाशित खबरों के मुताबिक बाइडेन प्रशासन चाहता है कि भारत पीएम मोदी की वाशिंगटन यात्रा से पहले अमेरिका निर्मित सशस्त्र ड्रोन के बहुप्रतीक्षित सौदे को पूरा कर ले. मैककॉर्मिक से पूछा गया कि क्या 22 जून को भारत और अमेरिका के बीच रक्षा फर्म जनरल एटॉमिक्स से सीगार्डियन ड्रोन की खरीद पर काई समझौता होगा. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अभी हमें इस सौदे के कई मसलों को सुलझाने की आवश्यकता है.
भारत परंपरागत रूप से रूस से हथियार खरीददता रहा है. रक्षा साझेदार बदलने में वक्त लगता है. यह सिर्फ एक सौदे की बात नहीं है. उन्होंने कहा कि लोगों के प्रशिक्षण और हथियार प्रणालियों को लेकर उन्हें कुशल बनाने में वक्त लगता है. हालांकि, मैककॉर्मिक ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि लेकिन मुझे लगता है अब समय आ गया है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि भारत के नेता हमारे साथ साझेदारी के महत्व को समझ रहे हैं. खासकर जब आर्थिक संबंधों की बात आती है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि भारत और अमेरिका के बीच भविष्य के लिए महत्वपूर्ण गठजोड़ तैयार होगा. जिससे पूरी दुनिया को फायदा होगा.
(एएनआई)