बांगोर (मेन): अमेरिका की कानून प्रवर्तन एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन का कहना है कि मेन के एक 19 वर्षीय युवक ने घर में विस्फोटक बनाया और इस्लामिक स्टेट समूह के नाम पर एक मस्जिद पर हमला करने की साजिश रची. उसे अदालत ने सोमवार को 15 साल जेल की सजा सुनाई. वॉटरविले के जेवियर पेल्की ने अप्रैल में अभियोजकों के साथ एक समझौता किया, जिसमें उन्होंने आतंकवादियों को सामग्री सहायता प्रदान करने का दोषी ठहराया, जबकि दूसरा आरोप हटा दिया गया.
कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने कहा कि पेल्की ने शिकागो क्षेत्र में एक शिया मस्जिद और संभवतः अन्य पूजा घरों में बड़े पैमाने पर गोलीबारी के लिए आग्नेयास्त्रों, गोला-बारूद और विस्फोटकों का योगदान करने की योजना बनाई थी. वह इस साजिश के बारे में कुछ किशोरों के साथ संपर्क में था, जिनमें से एक कनाडा और एक शिकागो में था. पेल्की 18 वर्ष का था, जब उसे एफबीआई एजेंटों द्वारा गिरफ्तार किया गया था, जिन्होंने उसके घर में तीन घरेलू विस्फोटक पाए थे.
एफबीआई ने कहा कि ये उपकरण छर्रे बनाने के लिए स्टेपल, पिन और थंब टैक के साथ बंडल की गई आतिशबाजी से बने थे. जांचकर्ताओं को योजनाबद्ध मस्जिद हमले के बारे में एक हस्तलिखित दस्तावेज़ भी मिला, जिसमें दावा किया गया था कि यह इस्लामिक स्टेट समूह का नाम है. बचाव पक्ष ने छह साल की जेल की सजा के लिए तर्क दिया, पेल्की ने जिम्मेदारी स्वीकार की, उसका कोई हिंसक आपराधिक इतिहास नहीं था और उसकी अपमानजनक परवरिश से वह सदमे में था.