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इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी ने इस्तीफा दिया, जल्द चुनाव होने की संभावना

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Published : Jul 21, 2022, 7:46 PM IST

इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी (italian Prime Minister Mario Draghi) ने गुरुवार को राष्ट्रपति सर्गियो मैत्तरेला (President Sergio Mattarella) को अपना इस्तीफा सौंपा. राष्ट्रपति ने द्रागी सरकार को कार्यवाहक सरकार के तौर पर काम करने कहा है.

italian Prime Minister Mario Draghi
इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी

रोम : इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी (italian Prime Minister Mario Draghi) ने विश्वास मत में सत्तारूढ़ गठबंधन के मुख्य सहयोगी दलों के हिस्सा नहीं लेने के बाद गुरुवार को पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपने इस्तीफे के जरिए देश में जल्द चुनाव कराए जाने की संभावना के संकेत दिए हैं. वहीं, इस नाजुक समय में इटली और यूरोप के लिए अनिश्चितता का नया दौर शुरू हो गया है.

द्रागी ने क्विरिनाले पैलेस में सुबह हुई एक बैठक के दौरान राष्ट्रपति सर्गियो मैत्तरेला (President Sergio Mattarella) को अपना इस्तीफा सौंपा. मैत्तरेला के कार्यालय ने बताया कि राष्ट्रपति ने इस घटनाक्रम के बाद द्रागी सरकार को कार्यवाहक सरकार के तौर पर काम करने कहा है. राष्ट्रपति ने पिछले सप्ताह द्रागी का इस्तीफा खारिज कर दिया था. द्रागी की राष्ट्रीय एकता वाली सरकार बृहस्पतिवार को उस समय बिखर गयी जब दक्षिणपंथी, वामपंथी और पॉपुलिस्ट (लोकलुभावन वादे करने वाले) दलों के उनके गठबंधन सहयोगियों ने विधायिका को उसका कार्यकाल पूरा करने देने और कोविड-19 महामारी से उबरने के वास्ते यूरोपीय संघ द्वारा वित्त पोषित कार्यक्रम के लिए एक साथ आने की प्रधानमंत्री की अपील ठुकरा दी.

इसके बजाय मध्य-दक्षिणपंथी दलों फोर्जा इतालिया और लीग तथा पॉपुलिस्ट 5-स्टार मूवमेंट ने सीनेट में विश्वास मत का बहिष्कार किया, जो द्रागी की 17 महीने की सरकार के साथ उनका गठबंधन खत्म होने का स्पष्ट संकेत है. द्रागी ने मैत्तरेला को इस्तीफा सौंपने से पहले संसद के निचले सदन 'चैम्बर ऑफ डिप्युटीज' में उनसे कहा, 'इस दौरान एक साथ मिलकर किए गए सभी कामों के लिए शुक्रिया.'

वहीं, इटली के अखबारों ने बढ़ती महंगाई और ऊर्जा की कीमतों से निपटने, यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध और अर्थव्यवस्था में नयी जान फूंकने के लिए 200 अरब यूरो की यूरोपीय संघ की निधि के शेष हिस्से को हासिल करने के लिए आवश्यक सुधारों को लेकर एक स्वर में अपनी नाराजगी जतायी. 'ला स्टेम्पा' अखबार ने शीर्षक में लिखा, 'शर्मनाक'. ला रिपब्लिका ने लिखा, 'इटली के साथ विश्वासघात किया गया'. कोरेरा डेला सेरा ने कहा, 'द्रागी सरकार की विदाई'.

बहरहाल, 2018 के राष्ट्रीय चुनाव में सबसे अधिक मत पाने वाले 5-स्टार मूवमेंट महीनों से इस बात को लेकर परेशान है कि उनकी मूल आय और न्यूनतम वेतन की प्राथमिकताओं को नजरअंदाज किया जा रहा था. मूवमेंट ने यूक्रेन को इटली की सैन्य सहायता का भी विरोध किया था. मैतरेला ने तब इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था और द्रागी को संसद में लौटने के लिए कहा ताकि स्थिति के संबंध में सांसदों को जानकारी दी जा सके.

उन्होंने सांसदों से कहा, 'आपको मुझे जवाब देने की जरूरत नहीं है. आपको इटली के लोगों को जवाब देना होगा.' मैत्तरेला ने बृहस्पतिवार को बाद में संसद के ऊपरी और निचले सदनों के अध्यक्ष से मिलने की योजना बनाई है. उनके कार्यालय ने यह जानकारी दी. डेमोक्रेट नेता एनरिको लेट्टा ने कहा कि संसद ने इटली के साथ विश्वासघात किया है. उन्होंने लोगों से चुनावों में इसका जवाब देने का आग्रह किया है.

ये भी पढ़ें - रानिल विक्रमसिंघे बने श्रीलंका के नए राष्ट्रपति

(पीटीआई-भाषा)

रोम : इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी (italian Prime Minister Mario Draghi) ने विश्वास मत में सत्तारूढ़ गठबंधन के मुख्य सहयोगी दलों के हिस्सा नहीं लेने के बाद गुरुवार को पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपने इस्तीफे के जरिए देश में जल्द चुनाव कराए जाने की संभावना के संकेत दिए हैं. वहीं, इस नाजुक समय में इटली और यूरोप के लिए अनिश्चितता का नया दौर शुरू हो गया है.

द्रागी ने क्विरिनाले पैलेस में सुबह हुई एक बैठक के दौरान राष्ट्रपति सर्गियो मैत्तरेला (President Sergio Mattarella) को अपना इस्तीफा सौंपा. मैत्तरेला के कार्यालय ने बताया कि राष्ट्रपति ने इस घटनाक्रम के बाद द्रागी सरकार को कार्यवाहक सरकार के तौर पर काम करने कहा है. राष्ट्रपति ने पिछले सप्ताह द्रागी का इस्तीफा खारिज कर दिया था. द्रागी की राष्ट्रीय एकता वाली सरकार बृहस्पतिवार को उस समय बिखर गयी जब दक्षिणपंथी, वामपंथी और पॉपुलिस्ट (लोकलुभावन वादे करने वाले) दलों के उनके गठबंधन सहयोगियों ने विधायिका को उसका कार्यकाल पूरा करने देने और कोविड-19 महामारी से उबरने के वास्ते यूरोपीय संघ द्वारा वित्त पोषित कार्यक्रम के लिए एक साथ आने की प्रधानमंत्री की अपील ठुकरा दी.

इसके बजाय मध्य-दक्षिणपंथी दलों फोर्जा इतालिया और लीग तथा पॉपुलिस्ट 5-स्टार मूवमेंट ने सीनेट में विश्वास मत का बहिष्कार किया, जो द्रागी की 17 महीने की सरकार के साथ उनका गठबंधन खत्म होने का स्पष्ट संकेत है. द्रागी ने मैत्तरेला को इस्तीफा सौंपने से पहले संसद के निचले सदन 'चैम्बर ऑफ डिप्युटीज' में उनसे कहा, 'इस दौरान एक साथ मिलकर किए गए सभी कामों के लिए शुक्रिया.'

वहीं, इटली के अखबारों ने बढ़ती महंगाई और ऊर्जा की कीमतों से निपटने, यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध और अर्थव्यवस्था में नयी जान फूंकने के लिए 200 अरब यूरो की यूरोपीय संघ की निधि के शेष हिस्से को हासिल करने के लिए आवश्यक सुधारों को लेकर एक स्वर में अपनी नाराजगी जतायी. 'ला स्टेम्पा' अखबार ने शीर्षक में लिखा, 'शर्मनाक'. ला रिपब्लिका ने लिखा, 'इटली के साथ विश्वासघात किया गया'. कोरेरा डेला सेरा ने कहा, 'द्रागी सरकार की विदाई'.

बहरहाल, 2018 के राष्ट्रीय चुनाव में सबसे अधिक मत पाने वाले 5-स्टार मूवमेंट महीनों से इस बात को लेकर परेशान है कि उनकी मूल आय और न्यूनतम वेतन की प्राथमिकताओं को नजरअंदाज किया जा रहा था. मूवमेंट ने यूक्रेन को इटली की सैन्य सहायता का भी विरोध किया था. मैतरेला ने तब इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था और द्रागी को संसद में लौटने के लिए कहा ताकि स्थिति के संबंध में सांसदों को जानकारी दी जा सके.

उन्होंने सांसदों से कहा, 'आपको मुझे जवाब देने की जरूरत नहीं है. आपको इटली के लोगों को जवाब देना होगा.' मैत्तरेला ने बृहस्पतिवार को बाद में संसद के ऊपरी और निचले सदनों के अध्यक्ष से मिलने की योजना बनाई है. उनके कार्यालय ने यह जानकारी दी. डेमोक्रेट नेता एनरिको लेट्टा ने कहा कि संसद ने इटली के साथ विश्वासघात किया है. उन्होंने लोगों से चुनावों में इसका जवाब देने का आग्रह किया है.

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(पीटीआई-भाषा)

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