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NEEDLE FREE VACCINE : ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने किया बिना सूई वाले कोविड-19 टीके का परीक्षण

कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने सूई रहित, वायु चालित टीके का क्लिनिकल परीक्षण शुरू किया (needle-free air-powered vaccine). हवा के दबाव के जरिए इसकी खुराक त्वचा में प्रवेश कराई जाएगी. ये सूई लगवाने से डरने वाले लोगों के लिए भविष्य में एक विकल्प हो सकता है.

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प्रतीकात्मक फोटो
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Published : Dec 15, 2021, 3:39 AM IST

लंदन : कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय (University of Cambridge) के वैज्ञानिकों ने मंगलवार को सूई रहित, वायु चालित टीके का क्लिनिकल परीक्षण शुरू किया (needle-free air-powered vaccine). इससे कोविड के भविष्य के स्वरूपों से निपटने में मदद मिलने की उम्मीद है.

विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जोनाथन हेनी और डीआईओसायनवैक्स कंपनी ने यह डीआईओएसवैक्स प्रौद्योगिकी विकसित की है. हवा के दबाव के जरिए इसकी खुराक त्वचा में प्रवेश कराई जाएगी. सफल रहने पर यह सूई लगवाने से डरने वाले लोगों के लिए भविष्य में एक विकल्प हो सकता है. इसका निर्माण चूर्ण के रूप में किया जा सकता है जिससे वैश्विक टीकाकरण प्रयासों को, खासकर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में बढ़ावा मिलेगा.

हेनी ने कहा , 'यह महत्वपूर्ण है कि हम नई पीढ़ी के टीके विकसित करना जारी रखे हुए हैं जो वायरस के अगले स्वरूपों से सुरक्षित रखेगा. हमारा टीका नवोन्मेषी है. यह हमारे द्वारा विकसित किए जा रहऐ एक सार्वभौम कोराना वायरस टीके की दिशा में पहला कदम है, और हमें न सिर्फ कोविड-19 के स्वरूपों से बल्कि भविष्य के कोरोना वायरस से भी बचाएगा.'

पढ़ें- अदार पूनावाला का एलान, अगले 6 महीनों में लॉन्च होगी 3 साल तक के बच्चों के लिए वैक्सीन

पहले स्वयंसेवी को इस हफ्ते यह टीका लगाया जाएगा. सूई मुक्त टीके के परीक्षण के लिए इनोवेट यूके ने यूके रिसर्च एंड इनवेंशन नेटवर्क के तहत कोष उपलब्ध कराया है.

(पीटीआई-भाषा)

लंदन : कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय (University of Cambridge) के वैज्ञानिकों ने मंगलवार को सूई रहित, वायु चालित टीके का क्लिनिकल परीक्षण शुरू किया (needle-free air-powered vaccine). इससे कोविड के भविष्य के स्वरूपों से निपटने में मदद मिलने की उम्मीद है.

विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जोनाथन हेनी और डीआईओसायनवैक्स कंपनी ने यह डीआईओएसवैक्स प्रौद्योगिकी विकसित की है. हवा के दबाव के जरिए इसकी खुराक त्वचा में प्रवेश कराई जाएगी. सफल रहने पर यह सूई लगवाने से डरने वाले लोगों के लिए भविष्य में एक विकल्प हो सकता है. इसका निर्माण चूर्ण के रूप में किया जा सकता है जिससे वैश्विक टीकाकरण प्रयासों को, खासकर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में बढ़ावा मिलेगा.

हेनी ने कहा , 'यह महत्वपूर्ण है कि हम नई पीढ़ी के टीके विकसित करना जारी रखे हुए हैं जो वायरस के अगले स्वरूपों से सुरक्षित रखेगा. हमारा टीका नवोन्मेषी है. यह हमारे द्वारा विकसित किए जा रहऐ एक सार्वभौम कोराना वायरस टीके की दिशा में पहला कदम है, और हमें न सिर्फ कोविड-19 के स्वरूपों से बल्कि भविष्य के कोरोना वायरस से भी बचाएगा.'

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पहले स्वयंसेवी को इस हफ्ते यह टीका लगाया जाएगा. सूई मुक्त टीके के परीक्षण के लिए इनोवेट यूके ने यूके रिसर्च एंड इनवेंशन नेटवर्क के तहत कोष उपलब्ध कराया है.

(पीटीआई-भाषा)

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