लंदन : दक्षिणी इंग्लैंड के रीडिंग शहर में शनिवार को हुई चाकूबाजी को पुलिस ने 'आतंकवादी घटना' घोषित किया है. रीडिंग शहर के एक पार्क में चाकू से किए गए हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि तीन अन्य घायल हुए थे. टेम्स (थेम्स) वैली पुलिस ने इस मामले में एक 25 वर्षीय व्यक्ति को शनिवार को घटनास्थल से गिरफ्तार किया था.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले की एक 'आतंकवादी घटना' के रूप में जांच की जा रही है. चीफ कांस्टेबल जॉन कैंपबेल ने रविवार को एक बयान में कहा कि इस प्रकृति की घटनाएं बहुत दुर्लभ हैं. हम जाते हैं कि इसमें शामिल लोग आराम से नहीं होंगे.
बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए संदिग्ध की पहचान लीबियाई नागरिक के रूप में हुई है. सुरक्षाबलों ने बताया कि संदिग्ध का नाम खैरी सादल्लाह है. सादल्लाह फिलहाल पुलिस हिरासत में है. वह लीबिया में गृह युद्ध के चलते कई साल पहले शरणार्थी के रूप में ब्रिटेन आया था.
खबरों के अनुसार, हमले में मानसिक स्वास्थ्य को एक कारण माना गया है, जिसके कारण पुलिस को इसे आतंकवादी घटना घोषित करने में आसानी हुई. घटना में मानसिक स्वास्थ्य को बड़ा कारक माना जा रहा है. सादल्ला से अधिकारी अवगत थे क्योंकि वह पूर्व में छोटे-मोटे अपराधों के मामले में कम से कम 12 महीने जेल में रह चुका था.
स्थानीय टेम्स (थेम्स) वैली पुलिस ने प्रारंभ में हत्या की जांच शुरू की थी और कहा कि वह शहर के मध्य स्थित व्यस्त पार्क में शनिवार शाम हुए हमले के मकसद पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
टेम्स (थेम्स) वैली पुलिस ने एक बयान में कहा कि आतंकवाद रोधी पुलिस नेटवर्क के वरिष्ठ राष्ट्रीय समन्वयक ने घोषणा की है कि यह एक आतंकी हमला है और दक्षिण-पूर्वी आतंकवाद रोधी पुलिस (सीटीपीएसई) जांच अपने हाथ में लेगी.
बता दें कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शनिवार को कहा था कि वह रीडिंग की भयावह घटना में मारे गए लोगों के परिजनों और मित्रों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. जॉनसन ने इस बात की पुष्टि की कि उन्होंने घटना की जानकारी लेने के लिए टेम्स (थेम्स) वैली पुलिस से बात की.
वहीं, ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा था कि वह रीडिंग में हुई घटना की खबर सुनकर बेहद चिंतित हैं.
गौर हो कि घटना की खबर से कुछ देर पहले ही संबंधित पार्क में नस्लवाद विरोधी 'ब्लैक लाइव्स मैटर' प्रदर्शन हुआ था. हालांकि, पुलिस ने पुष्टि की है कि यह घटना इस प्रदर्शन से जुड़ी नहीं है.
वहीं मेट्रोपॉलिटन पुलिस के सहायक आयुक्त एवं आतंकवाद रोधी पुलिस के प्रमुख नील बसु ने हमले को 'अत्याचार' करार दिया है.
भारतीय मूल के आतंकवाद रोधी पुलिस प्रमुख ने कहा कि इस घटना का हमले से पहले घटनास्थल पर हुए 'ब्लैक लाइव्ज मैटर्स' प्रदर्शन से कोई संबंध नहीं है. बसु ने हमलावर को काबू करने वाले अधिकारियों की तारीफ की.