वारसा : बेलारूस के विपक्ष ने शुक्रवार को कहा कि एक पत्रकार को सरकारी टेलीविजन पर आने के लिए बाध्य किया गया और इस दौरान उसने रोते हुए देश के दबंग शासक की प्रशंसा की.
बृहस्पतिवार रात को प्रसारित हुए 90 मिनट के वीडियो में रमन प्रतासेविच (26) ने अपनी गतिविधियों पर पश्चाताप व्यक्त किया और कहा कि वह बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जैंडर ल्यूकाशेन्को का आदर करते हैं.
पत्रकार के सहयोगियों ने इस पर आपत्ति जताई और बेलारूस के अधिकारियों पर प्रतासेविच पर प्रायश्चित करने का दबाव बनाने का आरोप लगाया. बेलारूस में राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की प्रमुख उम्मीदवार रहीं स्वेतलाना शिकानोऊस्काया ने पोलैंड की यात्रा के दौरान कहा कि वीडियो में प्रतासेविच और अन्य कैदी हिरासत में जो बोल रहे हैं 'यकीनन उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है और उनके मानवाधिकारों का हनन हो रहा है.'
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शिकानोऊस्काया की प्रवक्ता अन्ना क्रसोलीना ने कहा कि पत्रकार को बंधक बनाया गया है. उन्होंने कहा,'उन्होंने कड़ी मानसिक और शारीरिक यातनाओं और दबाव के चलते ये बयान दिए हैं और हो सकता है कि उन्हें नशीला पदार्थ भी दिया गया हो. हम रमन की तत्काल रिहाई की मांग करते हैं, जिसका इस्तेमाल ल्यूकाशेंको का शासन एक खिलौने के तौर पर और बेलारूस की लोकतांत्रिक ताकतों को ब्लैकमेल करने के लिए कर रहा है.'
रमन एक चैनल चलाते हैं और उसने ल्यूकाशेंको के खिलाफ महीनों चले विरोध प्रदर्शनों में मदद की थी. प्रसारित वीडियो में पत्रकार ने अपने आचरण के लिए माफी मांगी और कहा कि वह जन अशांति फैलाने का जुर्म कुबूल करते हैं. इसके लिए उन्हें 15 वर्ष की कैद हो सकती है.
वीडियो के अंत में उन्होंने कहा कि वह राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में काम करके थक चुके हैं और अब चाहते हैं कि उनका परिवार हो और सामान्य जीवन हो. इसके बाद उनकी आंखों से आंसुओं की धार बहती है और वह अपनी हथेलियों से अपना चेहरा ढंक लेते हैं. इस दौरान उनके हाथों में हथकड़ियां स्पष्ट दिखाई दे रही थीं.
(पीटीआई-भाषा)