लंदन : ब्रिटेन की मुख्य विपक्षी लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन ने पार्टी को जीत दिलाने में नाकाम होने पर माफी मांगी, लेकिन अपने चुनाव प्रचार अभियान का बचाव किया. इस चुनाव में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को अगले महीने ब्रेक्जिट के लिए जनादेश मिला है.
वयोवृद्ध समाजवादी नेता ने हालांकि अपने घोर वाम झुकाव का बचाव करते हुए मीडिया पर एक सदी पुरानी पार्टी को बदनाम करने और द्वितीय विश्वयुद्ध से पहले के बाद सबसे खराब प्रदर्शन में मदद का आरोप लगाया.
कॉर्बिन ने स्थानीय अखबार में लिखा, 'मुझे इस हार पर चर्चा करने में कोई झिझक नहीं है. गुरुवार को आए नतीजे हर उस व्यक्ति के लिए झटका है जो देश में वास्तविक बदलाव के लिए प्रतिबद्ध था.'
कॉर्बिन ने लिखा, 'मैं चुनाव प्रचार की लड़ाई के लिए अब भी गौरवान्वित महसूस करता हूं. मैं गैरवान्वित हूं कि विपक्ष के निम्न स्तर पर जाने के बावजूद हमने उस गटर में शामिल होने से इनकार किया. मैं गौरवन्वित हूं कि हमारा संदेश भय के बजाय उम्मीद थी.'
उन्होंने कहा, 'मैं चाहता था कि देश एकजुट हो जिसे मैं प्यार करता हूं, लेकिन अफसोस हम कामयाब नहीं हुए और मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं. कॉर्बिन ने कहा कि गुरुवार को मध्यावधि चुनाव 2016 के यूरोपीय संघ सदस्यता पर जनमत संग्रह में बदल गया जिसमें जॉनसन को महारत हासिल है.
उल्लेखनीय है कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कजंर्वेटिव पार्टी ने गुरुवार को 650 सदस्यीय हॉउस ऑफ कॉमन में 365 सीटों पर जीत दर्ज की थी जो बहुमत से 80 अधिक है. कंजर्वेटिव पार्टी को इससे पहले सदन में इस तरह का बहुमत 1980 के दशक में मार्गरेट थैचर के नेतृत्व में मिला था.
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चुनावी अभियान के बाद अपनी ही पार्टी में आलोचना का सामना कर रहे कॉर्बिन ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि वह लेबर का नेता पद से छोड़ देंगे. पार्टी को उम्मीद है कि मई में होने वाले स्थानीय चुनाव से पहले वह अपना नया नेता चुन लेगी. हालांकि, कॉर्बिन का उत्तराधिकारी कौन होगा यह स्पष्ट नहीं है.
लेबर पार्टी के प्रवक्ता जॉन मैक्डोनेल ने कहा कि कॉर्बिन ने ब्रेक्जिट पर तटस्थ रुख अपनाकर दोनों गुटों में संतुलन बनाने की कोशिश की जो घातक साबित हुआ.
एक चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा, 'हमने दोनों पक्ष को साथ लाने की कोशिश की लेकिन असफल रहे.'
लेबर पार्टी के प्रचार अभियान को यहूदी विरोधी होने के आरोपों से भी झटका लगा जिसकी वजह से कई वरिष्ठ सांसदों को को इस्तीफा देना पड़ा.
कॉर्बिन ने प्रचार को सामाजिक मुद्दों और रोजगार पर केंद्रित रखने का प्रयास किया जो लेबर पार्टी के मतदाताओं के लिए अहम थे.
कॉर्बिन ने अपने पत्र में इस बात को स्वीकार करते हुए लिखा, 'तमाम कोशिशों के बावजूद यह चुनाव अंतत: ब्रेक्जिट के मुद्दे पर हुआ.
जॉनसन के 'ब्रेक्जिट होगा' नारे के संदर्भ में कॉर्बिन ने कहा, 'कंजर्वेटिव पार्टी के प्रचार को अधिकतर मीडिया ने प्रचारित किया और कई ने यह संदेश सुनिश्चित किया कि जॉनसन ही ब्रेक्जिट कर सकते हैं.'
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उन्होंने कहा, ' हमने इस हार से सबक सीखा है.'
अखबार में प्रकाशित एक अलग स्तंभ में कॉर्बिन ने लिखा, 'हमें गर्व है कि बजट कटौती, निगमों की ताकत, असमानता और जलवायु आपात स्थिति जैसे मुद्दों पर हमारे तर्कों की जीत हुई और राजनीतिक बहसों के विषयों को दोबारा लिखा गया.
हालांकि, लेबर पार्टी के कई संभावित नेताओं ने इसपर असहमति जताई.
सांसद जेस फिलिप ने लिखा, 'यह समय कुछ अलग करने कहा है, बजाय पुरानी लड़ाई में दोबारा शामिल होने की.'