लंदन : ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने रविवार को स्पष्ट रूप से नकार दिया कि पिछले साल कोविड-19 महामारी की शुरुआत के समय ब्रिटेन सरकार की आधिकारिक नीति तथाकथित 'सामूहिक प्रतिरक्षा' हासिल करने की थी.
पटेल की ओर से यह खंडन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के पूर्व शीर्ष सहयोगी डोमिनिक कमिंग्स के एक दावे के बाद आया है. जिसमें उन्होंने कहा था कि ब्रिटेन सरकार की आधिकारिक नीति घातक वायरस को आबादी में फैलने देने की थी, ताकि तथाकथित 'सामूहिक प्रतिरक्षा' हासिल किया जा सके.
सरकार द्वारा महामारी से निपटने पर कमिंग्स अगले सप्ताह हाउस ऑफ कॉमन्स की एक प्रभावशाली समिति के समक्ष सबूत देने वाले हैं.
बुधवार को होने वाली कॉमन्स हेल्थ एंड टेक कमेटी की बैठक से पहले उन्होंने कई ट्वीट करके आरोप लगाया कि ब्रिटेन की आधिकारिक नीति घातक वायरस को आबादी में फैलने देने की और इस तरह तथाकथित 'सामूहिक प्रतिरक्षा' प्राप्त करने की थी तथा बाद में डाउनिंग स्ट्रीट द्वारा यह महसूस किया गया कि यह एक विनाशकारी कदम होगा.
सामूहिक प्रतिरक्षा तब हासिल होती है जब किसी आबादी में पर्याप्त प्रतिरक्षा वाले लोग होते हैं और व्यक्ति से व्यक्ति में संक्रमण का संचरण रुक जाता है.
इन दावों के बारे में पूछे जाने पर पटेल ने बीबीसी से कहा कि बिल्कुल नहीं.
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भारतीय मूल की मंत्री ने कहा कि हमारी रणनीति हमेशा सार्वजनिक स्वास्थ्य, जीवन को बचाने और एनएचएस (राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा) की रक्षा करने की थी.