नई दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर ने अपने पाकिस्तान दौरे (26 से 28 मई) पर बृस्पतिवार को भारत और पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के रास्ते पर चलने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, सभी पक्षों को विवादित क्षेत्र की स्थिति को बदलने से बचना चाहिए.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हाफिज चौधरी के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आज संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की.
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🇵🇰 FM @SMQureshiPTI held delegation level talks with Mr @volkan_bozkir, President #UNGA75. Issues that came under discussion included #Kashmir dispute, #Palestine, #AfghanPeaceProcess, #UNSC reform, #COVID19 vaccination & #SustainableDevelopment finance. #PGAinPakistan 🇵🇰🇺🇳 pic.twitter.com/Hmc50yZGMR
— Spokesperson 🇵🇰 MoFA (@ForeignOfficePk) May 27, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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वार्ता के दौरान महासभा अध्यक्ष ने दोहराया कि जम्मू-कश्मीर विवाद पर संयुक्त राष्ट्र की स्थिति संयुक्त राष्ट्र चार्टर और प्रासंगिक यूएनएससी प्रस्तावों द्वारा शासित है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में 'स्वतंत्र और निष्पक्ष जनमत संग्रह' का आह्वान किया गया है.
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Pleased to have had constructive discussions with @volkan_bozkir on a wide range of political and socio-economic issues today including:
— Shah Mahmood Qureshi (@SMQureshiPTI) May 27, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
➖The inalienable right to self-determination of the people of Jammu & Kashmir and Palestine
➖ The Afghan peace process and Pakistan’s role. https://t.co/YNT88mbthf pic.twitter.com/dY3a6loKIG
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पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भारत के अवैध कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में गंभीर मानवाधिकारों और मानवीय स्थिति के बारे में महासभा अध्यक्ष को अवगत कराया.
कुरैशी ने जोर देकर कहा कि कब्जे वाले क्षेत्र की जनसांख्यिकीय संरचना को बदलने के लिए भारत के व्यवस्थित प्रयास चौथे जिनेवा सम्मेलन सहित अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है.
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के अनुरूप जम्मू-कश्मीर विवाद के न्यायसंगत और शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान किया.
पाक विदेश मंत्री ने कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों में इजरायल के अत्याचारों की निंदा करते हुए, पिछले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र महासभा की एक विशेष बैठक आयोजित करने के लिए बोजकिर की भूमिका की सराहना की.
इसके अलावा महासभा अध्यक्ष की 'वैक्सीन 4 ऑल' की पहल का स्वागत करते हुए, पाक विदेश मंत्री ने कोविड-19 के लिए सस्ते टीकों की सार्वभौमिक पहुंच के लिए पाकिस्तान के आह्वान पर फिर से जोर दिया. उन्होंने मानवता के लाभ के लिए टीकों और आवश्यक सामग्रियों पर निर्यात प्रतिबंध हटाने पर बल दिया.
उन्होंने अवैध वित्तीय प्रवाह को समाप्त करने, सतत विकास और जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने के लिए स्थायी बुनियादी ढांचे में निवेश बढ़ाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर भी दिया.
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गौरतलब है कि महासभा अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर पाकिस्तान की तीन दिवसीय (26 से 28 मई) आधिकारिक यात्रा पर हैं. बोजकिर संयुक्त राष्ट्र महासभा की अध्यक्षता करने वाले पहले तुर्की हैं और एक पूर्व राजनयिक और एक वरिष्ठ राजनेता भी हैं.