ल्हासा : मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की दमनकारी नीतियों के खिलाफ तिब्बत के चिंगहई प्रांत के दोमदा (Domda) में चीनी अधिकारियों और तिब्बतियों के बीच झड़प हुई है. क्योंकि चीनी अधिकारी तिब्बती आदिवासियों से उनकी जमीन हड़प रहे हैं.
रेडियो फ्री एशिया ने स्थानीय सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि चीनी अधिकारियों ने तिब्बतियों से ली गई जमीन के लिए मुआवजे का भुगतान भी नहीं किया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि एक निर्माण परियोजना के लिए ली गई भूमि के मुआवजे का भुगतान करने में अधिकारियों की विफलता पर तिब्बती ग्रामीण और चीनी अधिकारी आपस में भिड़ गए.
स्थानीय सूत्रों ने कहा कि कार्यस्थल पर 10 नवंबर को हुई इस झड़प में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
रेडियो फ्री एशिया के सूत्र ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि किसी को भी वीडियो रिकॉर्ड करने या झड़प की तस्वीरें लेने की अनुमति नहीं थी. उन्होंने कहा कि हालांकि झड़प में किसी को चोट नहीं आई.
सूत्र ने कहा कि भूमि हड़पने का मुद्दा बहुत गंभीर हो गया है, और सभी निर्माण कार्य फिलहाल रोक दिए गए हैं.
बता दें कि तिब्बत पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी सरकार का शासन है और स्थानीय निर्णय लेने की शक्ति बीजिंग स्थित चीनी पार्टी के अधिकारियों के हाथों में केंद्रित है.
1950 में चीन के आक्रमण से पहले तिब्बत एक संप्रभु राष्ट्र था. लेकिन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने उत्तरी तिब्बत पर कब्जा कर लिया था.
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रिपोर्टों में कहा गया है कि दोमदा क्षेत्र में अपनी प्राकृतिक सुंदरता और पानी व बिजली की अच्छी आपूर्ति के लिए जाना जाता है. चार साल पहले यहां आदिवासियों के आवास को ध्वस्त कर, इसे चीनी प्रवासियों और पर्यटकों के लिए आवास में बदलने के लिए काम शुरू हुआ था. जिसके कारण यहां तनाव बढ़ गया है.
(एएनआई)