हांगकांगः चीन में आज लोकतांत्रिक सुधारो के के लिए अपने आह्वान और एक विवादास्पद प्रत्यर्पण बिल को वापस लेने के लिए यात्रियों को सचेत करने के लक्ष्य के साथ प्रदर्शनकारी हांगकांग अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए.
इलाके के पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों से कानून का उल्लंघन नहीं करने और प्रदर्शन की अनुमति लेने का आग्रह किया. इस प्रदर्शन को देखते हुए अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड, ब्रिटेन और जापान ने अपने नागरिकों से हांगकांग दौरा से बचने का सलाह दिया है. यहां की सरकार ने फिलहाल प्रदर्शन को देखते हुए हांगकांग की यात्रा पर रोक लगा दी है.
बता दें कि चीन में प्रत्यर्पण बिल को पूरी तरह से वापस लेने की मांग करते हुए महीनों से प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि प्रत्यर्पण बिल के पारित होने से वे अत्याचार और अनुचित राजनीतिक परीक्षणों का सामना कर सकते है.
हांगकांग पुलिस का कहना है कि 9 जून से शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों में 13 से 76 की उम्र तक कुल 589 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन दंगो पर जिन पर आरोप साबित होती है उसके दस साल की सजा हो सकती है.
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पुलिस ने बताया कि हमने प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने आंसू गैस, रबर की गोलियां दागी है. इसके जबाब में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ईट , पत्थर और कई अन्य चीजें फेंकी है.
पुलिस ने बताया कि इससे पहले प्रदर्शनकारियों पर अज्ञात लोगों द्वारा हमला किया गया और कहा कि हमलावर किसी संगठित अपराध समूहों से जुड़े हुए थे. साथ ही पुलिस ने कहा कि हमने प्रदर्शनकारियों पर बहुत कम कार्रवाई की है.
गौरतलब है कि हांगकांग की विधायिका के समक्ष प्रत्यर्पण कानून में बदलाव के लिए 2019 में बिल लाया गया. इसके तहत संदिग्ध लोगों के खिलाफ चीन में ट्रायल चलाना प्रस्तावित है. हालांकि, इस संबंध में चीन में प्रताड़ना और अन्यायपूर्ण ट्रायल की आशंका जताई जा रही है.