लाहौर : पाकिस्तान में प्रधानमंत्री के विशेष सहायक ने शनिवार को कहा कि लाहौर में एक राजमार्ग पर एक महिला से उसके तीन बच्चों के सामने कथित रूप से किए गए सामूहिक बलात्कार के मामले के मुख्य संदिग्ध की पहचान कर ली गई है. सरकार पर इस कांड के अपराधियों को फांसी देने के लिए दबाव बढ़ रहा है और लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.
पुलिस ने बताया कि बुधवार को गुज्जरपुरा इलाके के समीप दो लुटेरों ने कथित रूप से इस महिला से बलात्कार किया था. वह अपनी कार में गड़बड़ी हो जाने या ईंधन खत्म होने जाने के बाद मदद का इंतजार कर रही थी.
चिकित्सा-कानूनी रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि हुई है.
प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सहायक शाहबाज गिल ने शनिवार को ट्वीट किया. 'पंजाब के मुख्यमंत्री, पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक और लाहौर के पुलिस प्रमुख को धन्यवाद क्योंकि संदिग्ध के डीएनए का मिलान कर लिया गया है. शीघ्र ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.'
इस घटना पर देशभर में जनाक्रोश सामने आया है. धार्मिक दल अपराधियों को सरेआम फांसी देने की मांग कर रहे हैं.
लाहौर, इस्लामाबाद और देश के अन्य हिस्सों में कई प्रदर्शन हुए और प्रदर्शनारियों ने मांग की है कि सरकार गुनहगारों को गिरफ्तार करके असाधारण सजा दे.
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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि मुख्य संदिग्ध की पहचान आबिद अली (27)के रूप में हुई और वह यहां से 400 किलोमीटर दूर बहावलनगर का रहने वाला है.
अधिकारी ने कहा, 'आबिद अली के डीएनए का मिलान हो गया है तथा उसे और उसके साथी की गिरफ्तारी के लिए टीमें भेजी गई हैं. अली अपने निवास पर 2013 में एक महिला एवं उसकी बेटी के सामूहिक बलात्कार में भी शामिल था. उसे पकड़ा गया था, लेकिन प्रभावित परिवार ने संभवत: दबाव में उसे माफ कर दिया और वह जेल से रिहा हो गया.'