इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी द्वारा देश के आंतरिक मामलों में पश्तून तहफ्फुज आंदोलन (पीटीएम) के नेता मंजूर पश्तीन और उनके सहयोगियों की गिरफ्तारी के संबंध में हस्तक्षेप पर चिंता व्यक्त की है.
अशरफ गनी ने सोमवार को ट्वीट में कहा कि वह पश्तीन और उसके सहयोगियों को गिरफ्तारी से परेशान हुए. उन्होंने कहा कि आशा करता हूं कि उन्हें जल्दी रिहा किया जाएगा, जबकि हमारा क्षेत्र हिंसक चरमपंथ और आंतकवाद के अत्याचारों से पीड़ित है और सरकार को इन क्षेत्रों में शांतिपूर्ण नागरिकों के आंदोलन समर्थन और प्रोत्साहित करना चाहिए. इन आंदोलनों के खिलाफ हिंसा और बल का प्रयोग करने से बचना चाहिए.
पाक ने उनके इस बयान को अनुचित करार देते हुए कहा कि देश के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप करना दोनों पड़ोसी देशों संबंधों में बढ़ावा देने में मददगार नहीं है.
पाक ने कहा कि हमने अशरफ गानी के ट्वीट को नोट किया है, जो कि सीधे पाक के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं. इसलिए यह अनुचित है.
पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि हमारा मानना है कि ऐसे बयान दोनों देशों के बीच अच्छे पड़ोसी के संबंधों को बढ़ावा देने के लिए सहायक नहीं हैं.
प्रवक्ता ने आगे कहा कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के साथ गैर-हस्तक्षेप के सिद्धांतों के आधार पर घनिष्ठ और सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने की इच्छा जताई, अफगानिस्तान और क्षेत्र में शांति और स्थिरता के सामान्य उद्देश्य के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया.
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बता दें कि पश्तीन और उनके नौ सहयोगियों को सोमवार सुबह पेशावर के शाहीन कस्बे से गिरफ्तार किया है.
समाचार एंजेसियों के मुताबिक पीटीएम को कथित रूप से सेना द्वारा की जाने वाली बर्बरतापूर्वक हत्या का आलोचक माना जाता है.