हांगकांगः हांगकांग में लंबे समय से चल रहे प्रदर्शन में अब स्कूली छात्र भी जुड़ गए हैं. हाईस्कूल के छात्रों ने स्कूल के पहले ही दिन प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. सरकारी माध्यमिक स्कूलों के छात्रों ने कक्षाएं शुरू होने से पहले मानव श्रृंखला बनाई. इनमें से कुछ छात्र गैस मास्क, हेलमेट और चश्मा पहने हुए थे. छात्रों पर ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद पुलिस द्वारा मामले की जांच की जाएगी.
बता दें, प्रदर्शन में हांगकांग के चाइनीज विश्वविद्यालय के 100 छात्र शामिल थे. इन छात्रों ने सेंट्रल बिजनेस जिले के दो सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शन किया. छात्रों के पास प्रदर्शन के दौरान काले रंग के बैनर थे. इस बैनर में लिखा था कि 'जब भविष्य ही नहीं है तो क्लास जाने की जरूरत नहीं है.'
सेंट फ्रांसिस स्कूल के छात्रों ने प्रदर्शन के दौरान एक कतार बनाई. कतार में शामिल छात्रों के पास हाथ से बनाए गए पोस्टर में लिखा था कि 'हमारी पांचों प्रमुख मांंगो में कोई बदलाव नहीं होगा.'
शिक्षा सचिव ने सरकारी ब्रीफिंग में कहा कि स्कूलों का इस्तेमाल राजनीतिक मागों में नहीं किया जाना चाहिए. उन्हें उम्मीद है कि छात्र कक्षाओं में उपस्थित रहेंगे.
प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की है कि गिरफ्तार किए गए प्रदर्शनकारियों को रिहा कर दिया जाए और उन पर दर्ज मामलों को वापस ले लिया जाए.
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बता दें कि 1997 में हागंकांग चीन का हिस्सा बना था. इससे पहले हांगकांग ब्रिटिश सरकार का भाग हुआ करता था. 1997 में हागंकांग को कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार ने स्वायत्तता और नागरिक स्वतंत्रता प्रदान करने का वादा किया था.
गौरतलब है कि प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को ट्रेन के दरवाजे के पास खड़े होकर हंगामा किया और कई सार्वजनिक स्थल, रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने पुलिस को भड़काने का प्रयास किया.
बता दें, प्रदर्शनकारियों ने रविवार को प्रिंस एडवर्ड स्टेशन में कथित रूप से टिकट मशीनों में तोड़फोड़ की. इसके बाद एक वीडियो जारी हुआ. इस वीडियो में पुलिस को यात्रियों को प्रर्दशनकारी बताते हुए पीटते और गिरफ्तार करते हुए दिखाया गया है.
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गौरतलब है कि पुलिस और प्रर्दशनकारियों के बीच हुई झड़पे तेज हो गई है. झड़प के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पेट्रोल बंम फेंके. वहीं पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराने के लिए पानी, आंसू गैस और रबर की गोलियों का प्रयोग किया.