मनीला : फिलीपीन के पूर्व राष्ट्रपति बेनीग्नो एक्युनो तृतीय को चीन के खिलाफ खड़े होने के लिए जाना जाता है. उन्होंने मुस्लिम छापामार लड़ाकों के साथ एक शांति समझौता किया था और इस दक्षिणपूर्व एशियाई देश में लोकतंत्र की रक्षा की थी. जहां उनके माता-पिता ने एक तनाशाह को अपदस्थ करने में मदद की थी.
गुर्दे (किडनी) के रोग के कारण एक्युनो का बृहस्पतिवार को निधन हो गया. वह 61 वर्ष के थे. 2016 में उनका छह साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से वह काफी समय से सार्वजनिक रूप से उपस्थित नहीं हुए थे. मनीला के कब्रिस्तान में उन्हें दफनाया गया. आर्चबिशप सुकरता विलेगास ने एक्युनो को एक विनम्र और ईमानदार नेता बताते हुए उनकी सराहना की.
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बयान में एक्युनो को अमेरिका का एक अच्छा मित्र और साझेदार बताया, जिन्होंने सत्यनिष्ठा और नि:स्वार्थ भाव से अपने देश की सेवा की. उल्लेखनीय है कि महाशक्ति के रूप में उभर रहे चीन को एक्युनो द्वारा दी गई चुनौती की पश्चिमी देशों और एशियाई सरकारों ने सराहना की थी.
(पीटीआई-भाषा)