बैंकाक : थाईलैंड में राजधानी के बाहर स्थित एक रसायन फैक्ट्री में लगी आग को दमकल कर्मियों ने 24 घंटे से ज्यादा वक्त की मशक्कत के बाद मंगलवार तड़के बुझा दिया. फैक्ट्री में एक धमाके के बाद आग लग गई थी जिस वजह से आसपास के घरों को नुकसान पहुंचा और इलाके में जहरीले धुएं का गुबार छा गया तथा निवासियों को वहां से हटाना पड़ा.
मिंग डिह रसायन फैक्ट्री में आग लगने की घटना में 60 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं, जिनमें एक दर्जन आपात सेवा से जुड़े कर्मी हैं. 30 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है. एक व्यक्ति की घटना में मौत हुई है. उसकी पहचान 18 वर्षीय दमकल स्वयंसेवक के तौर पर हुई है. फैक्ट्री में सोमवार को तड़के करीब तीन बजे आग लगी थी.
दमकल कर्मियों ने मंगलवार तड़के तीन बजकर 40 मिनट पर आग पर काबू पा लिया है लेकिन वे स्थल पर लगातार पानी और फोम डाल रहे हैं ताकि उच्च जलनशील रसायन स्टाइरीन मोनोमर को दोबारा आग पकड़ने से रोका जा सके. आग लगने के कारण की जांच की जा रही है.
अधिकारियों ने फोम और प्लास्टिक पेलेट बनाने वाली फैक्ट्री के पांच किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को वहां से हटाने का आदेश दिया है.अधिकारियों का कहना है कि रसायन के धुएं में सांस लेने से चक्कर आ सकते हैं, उल्टी हो सकती है और लंबे समय में कैंसर भी हो सकता है। यह फैक्ट्री बैंकाक हवाई अड्डे के पास स्थित है.
देश के प्रदूषण नियंत्रण विभाग के प्रमुख एत्तोपोल चारोएनचान्सा ने कहा कि टीमें फैक्ट्री के क्षेत्र की वायु गुणवत्ता और पानी की जांच कर रही हैं और वे कुछ लोगों को घर लौटने की इजाजत देने पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने चेताया कि बारिश का अनुमान जताया गया है और अगर बरसात होती है तो यह रसायन को जल स्रोत में मिला देगी जिसे नियंत्रण करना मुश्किल होगा.
पढ़ें :- साइप्रस के जंगलों में आग लगी, चार लोगों के शव मिले
प्रधानमंत्री प्रयुथ चान-ओचा ने कहा है कि उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे मिट्टी, भूजल, शहर के पेयजल और हवा में प्रदूषण की सीमा को लेकर अधिक से अधिक जानकारी एकत्र करें ताकि कम और लंबी अवधि में इसके स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों को कम किया जा सके. उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट किए एक बयान में कहा कि आग पर भले ही काबू पा लिया गया है लेकिन सरकार का काम अभी पूरा नहीं हुआ है.
अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती विस्फोट की वजह से करीब 100 घर और 15 कारें क्षतिग्रस्त हुई हैं. स्टाइरीन मोनोमर का उपयोग डिस्पोजेबल फोम प्लेट, कप और अन्य उत्पादों के उत्पादन में किया जाता है और अगर इसमें आग लग जाए तो इसमें से जहरीला धुआं निकलता है.
पिछले साल भारतीय शहर विशाखापत्तनम में एक रसायन फैक्ट्री से स्टाइरीन गैस लीक हो गई थी जिस वजह से 12 लोगों की मौत हो गई थी और 1000 से अधिक लोग बीमार पड़ गए थे.
(एपी)