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काेराेना से दुनियाभर में 30 लाख से ज्यादा लोगों की मौत, टॉप-5 में भारत भी शामिल - जॉनसन एंड जॉनसन के टीके

दुनिया भर में काेराेना मामलाें के बढ़ने के कारण इससे हाेने वाले माैत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. दुनिया में काेराेना संक्रमण से मरने वालों की संख्या शनिवार को 30 लाख काे पार पहुंच गई. काेराेना से भारत, ब्राजील और फ्रांस जैसे देशों में संकट बढ़ता जा रहा है.

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Published : Apr 17, 2021, 6:03 PM IST

रियो डी जेनेरिया : कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में मरने वालों की संख्या शनिवार को 30 लाख से अधिक हो गई. भारत, ब्राजील और फ्रांस जैसे देशों में कोरोना वायरस का संकट बढ़ता जा रहा है वहीं दूसरी तरफ पूरी दुनिया में टीकाकरण में बाधाएं आ रही हैं.
जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना वायरस के कारण जितने लोगों की मौत हुई है. वह कीव (यूक्रेन), काराकास (वेनेजुएला) या मेट्रोपोलिटन शहर लिस्बन (पुर्तगाल) की आबादी के बराबर है. यह संख्या शिकागो (27 लाख) से बड़ी और संयुक्त रूप से फिलाडेल्फिया एवं डलास की आबादी के बराबर है. आशंका जताई जा रही है कि मृतकों का आंकड़ा इससे भी अधिक हो सकता है क्योंकि हो सकता है कि सरकारें आंकड़ों को छिपा रही हों.

इसे भी पढ़ें : डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी को 'चिंताजनक' बताया

पूरी दुनिया में संक्रमण की गति और इसे नियंत्रण में लाने के तरीके विभिन्न देशों में अलग-अलग हैं. दुनिया में मौत का औसत 12 हजार प्रतिदिन है और प्रतिदिन सात लाख से अधिक मामले सामने आ रहे हैं.
अमेरिका में कोविड-19 से 5,60,000 मौतें हुई हैं और विश्व भर में हुई हर छह मौतों में से एक मौत अमेरिका में हुई है. अमेरिका के बाद ब्राजील, मैक्सिको, भारत और ब्रिटेन में मृतकों की संख्या सर्वाधिक है.

अमेरिका ने इस महीने जॉनसन एंड जॉनसन के टीके के इस्तेमाल पर रोक की अनुशंसा की क्योंकि अधिकारियों ने इस कारण खून के थक्के बनने की जांच शुरू की थी और यूरोप के कुछ देशों ने भी टीके पर अस्थायी रोक लगाई. खून का थक्का जमने के कारण एस्ट्राजेनेका के टीके पर भी कुछ देशों ने पाबंदियां लगाईं.

रियो डी जेनेरिया : कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में मरने वालों की संख्या शनिवार को 30 लाख से अधिक हो गई. भारत, ब्राजील और फ्रांस जैसे देशों में कोरोना वायरस का संकट बढ़ता जा रहा है वहीं दूसरी तरफ पूरी दुनिया में टीकाकरण में बाधाएं आ रही हैं.
जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना वायरस के कारण जितने लोगों की मौत हुई है. वह कीव (यूक्रेन), काराकास (वेनेजुएला) या मेट्रोपोलिटन शहर लिस्बन (पुर्तगाल) की आबादी के बराबर है. यह संख्या शिकागो (27 लाख) से बड़ी और संयुक्त रूप से फिलाडेल्फिया एवं डलास की आबादी के बराबर है. आशंका जताई जा रही है कि मृतकों का आंकड़ा इससे भी अधिक हो सकता है क्योंकि हो सकता है कि सरकारें आंकड़ों को छिपा रही हों.

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पूरी दुनिया में संक्रमण की गति और इसे नियंत्रण में लाने के तरीके विभिन्न देशों में अलग-अलग हैं. दुनिया में मौत का औसत 12 हजार प्रतिदिन है और प्रतिदिन सात लाख से अधिक मामले सामने आ रहे हैं.
अमेरिका में कोविड-19 से 5,60,000 मौतें हुई हैं और विश्व भर में हुई हर छह मौतों में से एक मौत अमेरिका में हुई है. अमेरिका के बाद ब्राजील, मैक्सिको, भारत और ब्रिटेन में मृतकों की संख्या सर्वाधिक है.

अमेरिका ने इस महीने जॉनसन एंड जॉनसन के टीके के इस्तेमाल पर रोक की अनुशंसा की क्योंकि अधिकारियों ने इस कारण खून के थक्के बनने की जांच शुरू की थी और यूरोप के कुछ देशों ने भी टीके पर अस्थायी रोक लगाई. खून का थक्का जमने के कारण एस्ट्राजेनेका के टीके पर भी कुछ देशों ने पाबंदियां लगाईं.

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