वाशिंगटन: अमेरिका के रक्षा विभाग ने शुक्रवार को घोषणा कि ईरान से कथित खतरे का मुकाबला करने के लिए वह पश्चिम एशिया में अमेरिकी पैट्रियाट मिसाइलों की तैनाती कर रहा है. इसके अलावा अमेरिका युद्धपोत तैनात कर रहा है. यह आयुध पहले भेजे जा चुके विमानवाहक पोत की मदद करेगा.
पेंटागन ने एक बयान जारी करते हुए कहा, 'अमेरिकी बलों और हमारे हितों के खिलाफ अभियान चलाने की ईरान की व्यापक तैयारियों के संकेतों के बीच जवाबी कार्रवाई के लिए यह हथियार प्रणाली पश्चिम एशिया में यूएसएस अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप और अमेरिकी वायुसेना बमवर्षक कार्यबल की मदद करेगी.'
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक उसे खुफिया रिपोर्ट मिली है. इसमें कहा गया है कि ईरान अमेरिकी सुरक्षा बलों पर हमला कर सकता है. लिहाजा, मिसाइलों की तैनाती इसके मद्देनजर की जा रही है.
क्या है पैट्रियट मिसाइल
यह एक एयर डिफेंस मिसाइल प्रणाली है. कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों, विमानों और क्रूज मिसाइलों को तबाह करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है.
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आपको बता दें कि ईरान ने परमाणु समझौते से बाहर निकलने का फैसला कर लिया है. अगर अगले कुछ दिनों में कई हल नहीं निकला, तो ईरान फिर से परमाणु कार्यक्रम की शुरुआत कर सकता है. यूरोपियन यूनियन ने पूरी घटना पर अफसोस जताया है. यूनियन का कहना है कि दोनों पक्षों को संयम बरतने की जरूरत है.
ईरान ने कहा है कि उसकी आर्थिक नाकेबंदी की जा रही है. दूसरे देशों पर दबाव बनाकर तेल निर्यात नहीं करने दिया जा रहा है. ऐसे मे उसके सामने विकल्प सीमित हैं. लिहाजा वह परमाणु कार्यक्रम की और लौट सकता है.
हालांकि, कुछ विश्लेषक मानते हैं कि यह दबाव की राजनीति है. उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में कोई न कोई हल मिल जाए.