कैनबरा : अफगानिस्तान में फंसे 130 से अधिक अपने नागरिकों और उनके परिवारों को निकालने के लिए ऑस्ट्रेलिया तीन परिवहन व हवा से हवा में ही ईंधन भरने वाले जेट विमान भेज रहा है. विमानों के साथ ही 250 सैनिक भी भेजे जा रहे हैं. अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई.
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने एक बयान में कहा कि ऑस्ट्रेलिया अज्ञात संख्या में शरणार्थियों को निकालने के लिए भी काम कर रहा है. उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया ने यह घोषणा ऐसे समय पर की है जब अमेरिका और अन्य देश काबुल से अपने राजनयिकों और अफगान कर्मचारियों व उनके परिवारों को निकालने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. तालिबान ने रविवार को पश्चिमी देश समर्थित सरकार को सत्ता से हटा दिया है.
ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एयरबस ए-330 विमान जिसमें हवा में ही ईंधन भरने के लिए बदलाव किया गया है, इस सप्ताह अफगानिस्तान में अमेरिकी नीत अभियान में सहयोग करेगा. बयान में कहा गया कि दो सी-17ए ग्लोबमास्टर भारी परिवहन विमानों को भी पश्चिम एशिया भेजा जाएगा.
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ऑस्ट्रेलिया ने मई में ही काबुल स्थित अपने दूतावास को बंद कर दिया था और जून में अपने सैनिकों को अफगानिस्तान से वापस बुला लिया था. वर्ष 2001 से अब तक ऑस्ट्रेलियाई सेना के 39 हजार से अधिक सैनिकों ने अफगानिस्तान में अपनी सेवाएं दे चुके है. जिसमें से 41 सैनिकों की मौत भी हो चुकी है.
(पीटीआई-भाषा)