वाशिंगटन : अमेरिका ने मांग की है कि आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के प्रमुख हफिज सईद को 2008 के मुंबई हमलों सहित अन्य आतंकी कृत्यों की योजना में शामिल होने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि हाफिज सईद को आतंकवाद के कई कृत्यो की योजना में शामिल होने के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए, जिसमें 2008 का मुंबई हमला शामिल है, जिसमें छह अमेरिकी नगारिकों सहित 166 निर्दोष लोग मारे गए थे.
प्रवक्ता ने कहा कि आतंकी वित्तपोषण को लेकर हाफिज सईद की सजा आतंकवादी समूह के संचालन को रोकने की दिशा में एक बड़ा कदम है क्योंकि ये संगठन दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए खतरा हैं.
इससे पहले दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों की कार्यवाहक सहायक विदेश मंत्री एलिस जी. वेल्स ने कहा, 'हाफिज और उसके साथियों को दोषी ठहराया जाना, लश्कर ए-तैयबा की उसके अपराधों के लिए जवाबदेही तय करने और पाकिस्तान की आतंकवादी वित्तपोषण से निपटने की अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.'
आतंकवाद निरोधक अदालत ने आतंकवाद को धन मुहैया कराने के मामलों की रोजाना सुनवाई करते हुए 11 दिसम्बर को सईद एवं उसके एक सहयोगी को दोषी करार दिया था.
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दालत ने बुधवार को दोनों मामलों में सईद को साढ़े पांच साल-साढ़े पांच साल कैद की सजा सुनाई और दोनों मामलों में 15-15 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया. दोनों मामलों में सजा साथ-साथ चलेंगी. पंजाब पुलिस के आतंकवाद विरोधी विभाग के आवेदन पर सईद के खिलाफ लाहौर और गुजरांवाला शहर में मामला दर्ज किया गया था.
सईद की पार्टी जमात उद-दावा के बारे में माना जाता है कि वह लश्कर ए-तैयबा का सहायक संगठन है, जो मुंबई में 2008 में हुए आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार है. इस हमले में छह अमेरिकी समेत 166 लोगों की मौत हो गई थी .