न्यूयॉर्क : चिकित्सा पत्रिका 'द लैंसेट' के मुख्य संपादक ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अक्टूबर के अंत तक कोविड-19 वैक्सीन उपलब्ध कराने का बयान बिल्कुल गलत है.
सीएनएन के साथ साक्षात्कार में 'द लैंसेट के प्रधान संपादक रिचर्ड हॉर्टन ने कहा है कि अक्टूबर के अंत तक सार्वजनिक उपयोग के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं हो पाएगा और राष्ट्रपति ट्रंप इसके बारे में गलत हैं.
सीएनएन हॉर्टन के हवाले से कहा, 'अगर हम एक भी गलती करते हैं और वैक्सीन को बहुत जल्दी लाइसेंस दे देते हैं तो जरा सोचिए कि हमें कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. इसीलिए हम जरूरी चीजों में कटौती नहीं कर सकते. अक्टूबर के अंत तक सार्वजनिक उपयोग के लिए वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो पाएगा.'
हॉर्टन ने कहा, 'साफ तौर पर राष्ट्रपति ट्रंप इस बारे में गलत हैं. मुझे समझ में नहीं आता कि वह ऐसा क्यों कह रहे हैं, क्योंकि उनके सलाहकार निश्चित रूप से उन्हें बता रहे हैं कि यह असंभव है.'
हॉर्टन ने यह भी कहा कि रूस द्वारा विकसित किए गए एक टीके के परिणाम उत्साहजनक हैं, लेकिन यह 'सोचना पूरी तरह से असामयिक है कि यह वैक्सीन सार्वजनिक उपयोग के लिए होगा.'
बता दें कि इस वैक्सीन का हयूमन ट्रायल बहुत कम लोगों पर किया गया है.
गौरतलब है कि हॉर्टन अकेले ऐसे नहीं है जिसने ट्रंप के अमेरिका में कोरोना वायरस वैक्सीन उपलब्ध कराने के समय को लेकर कठोर टिप्पणी की हो.
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डेमोक्रेटिक उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने भी शनिवार को ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि वह नवंबर चुनाव से पहले अमेरिका में इस्तेमाल होने वाले किसी भी कोरोना वायरस वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर राष्ट्रपति के बयानों पर भरोसा नहीं करेंगी.