वॉशिंगटन : अमेरिका में कोरोना वायरस से हो रही आर्थिक क्षति को कम करने के लिए कांग्रेस और राष्ट्रपति कार्यालय के बीच एक हजार अरब डॉलर के राहत पैकेज को अंतिम रूप देने पर उच्चस्तरीय बातचीत चल रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस महामारी की स्थिति में एक समझौते पर पहुंचने का आग्रह किया है.
इस बीच बातचीत से जुड़े सभी पक्षों ने शनिवार को संकेत दिए कि वे राहत पैकेज पर समझौते के करीब पहुंचे हैं. बातचीत में अस्पतालों के लिए तथाकथित मार्शल योजना तथा कोरोना वायरस के संक्रमण व राष्ट्रीय तालाबंदी के कारण बंद उद्योगों के लिए औद्योगिक ऋण को लेकर भी समझौते के करीब पहुंचा जा चुका है.
द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद मार्शल योजना ने पश्चिमी यूरोप को नए सिरे से निर्माण करने में मदद की थी.
सीनेट में बहुमत नेता मिच मैककॉनेल ने शनिवार को घोषणा की कि सभी पक्ष समझौते के बेहद करीब पहुंच गए हैं. उन्होंने समिति के चेयरमैन को विधेयक का मसौदा तैयार करने को कहा.
अधिकारियों का मानना है कि राहत पैकेज करीब 1,400 अरब डॉलर का हो सकता है. इसके साथ ही फेडरल रिजर्व के उपायों की मदद से बाजार में कुल दो हजार अरब डॉलर तक झोंका जा सकता है.
मैककॉनेल ने कहा, 'हम अमेरिका के लोगों की जरूरत के हिसाब से काम करने तथा इस संकट की स्थिति के लिए आवश्यक तीव्रता से अमल करने को तैयार हैं.'
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रविवार की सुबह दोनों पार्टियों के चार कांग्रेस नेता कैपिटल हिल में वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन से एकांत में फिर वार्ता प्रारंभ करेंगे. उम्मीद की जा रही है कि इसमें राहत पैकेज को मूर्त रूप दे दिया जाएगा.