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OIC ने अमेरिकी दूतावास को यरूशलम ले जाने की निंदा की - येरुशलम

इस्लामी सहयोग संगठन OIC ने अमेरिकी दूतावास को यरूशलम ले जाने की निंदा की है. अधिक जानकारी के लिये पढ़ें पूरी खबर.......

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)
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Published : Jun 1, 2019, 10:38 AM IST

मक्का: इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) ने अमेरिका द्वारा अपना दूतावास यरूशलम ले जाने और विवादित शहर को इजराइल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने के फैसले की शनिवार को आलोचना की.

सत्तावन देशों के संगठन ने एक बयान में कहा कि संगठन अमेरिका और ग्वाटेमाला के दूतावासों को यरूशलम स्थानांतरित करने की निंदा करता है और सभी सदस्यों से उन देशों का 'बहिष्कार' करने का अनुरोध करता है जिन्होंने यरूशलम में अपने राजनयिक मिशन खोले हैं.

OIC के सम्मेलन की मेजबानी सऊदी अरब इस्लाम के सबसे पवित्र शहर मक्का में कर रहा है.

पढ़ें: अमेरिका का बड़ा फैसला, भारत का GSP दर्जा किया समाप्त, 5 जून से होगा लागू

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दामाद जेरेड कुशनर को इस महीने के अंत में बहरीन में एक सम्मेलन में अपनी लंबे समय से प्रतीक्षित पश्चिम एशिया शांति योजना के आर्थिक पहलुओं को जारी करना है.

ट्रंप ने इस योजना को 'सदी का समझौता' बताया है लेकिन फलस्तीनियों ने इसे खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि उन्हें ट्रंप प्रशासन की नीतियां इजराइल के पक्ष में झुकी दिखती है.

इजराइल का दावा है कि यरूशलम उसकी अभिन्न और अविभाजित राजधानी है, जबकि फलस्तीन शहर के पूर्वी हिस्से पर अपना दावा करता है.

मक्का: इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) ने अमेरिका द्वारा अपना दूतावास यरूशलम ले जाने और विवादित शहर को इजराइल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने के फैसले की शनिवार को आलोचना की.

सत्तावन देशों के संगठन ने एक बयान में कहा कि संगठन अमेरिका और ग्वाटेमाला के दूतावासों को यरूशलम स्थानांतरित करने की निंदा करता है और सभी सदस्यों से उन देशों का 'बहिष्कार' करने का अनुरोध करता है जिन्होंने यरूशलम में अपने राजनयिक मिशन खोले हैं.

OIC के सम्मेलन की मेजबानी सऊदी अरब इस्लाम के सबसे पवित्र शहर मक्का में कर रहा है.

पढ़ें: अमेरिका का बड़ा फैसला, भारत का GSP दर्जा किया समाप्त, 5 जून से होगा लागू

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दामाद जेरेड कुशनर को इस महीने के अंत में बहरीन में एक सम्मेलन में अपनी लंबे समय से प्रतीक्षित पश्चिम एशिया शांति योजना के आर्थिक पहलुओं को जारी करना है.

ट्रंप ने इस योजना को 'सदी का समझौता' बताया है लेकिन फलस्तीनियों ने इसे खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि उन्हें ट्रंप प्रशासन की नीतियां इजराइल के पक्ष में झुकी दिखती है.

इजराइल का दावा है कि यरूशलम उसकी अभिन्न और अविभाजित राजधानी है, जबकि फलस्तीन शहर के पूर्वी हिस्से पर अपना दावा करता है.

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पीटीआई-भाषा संवाददाता 9:29 HRS IST




             
  • ओआईसी ने अमेरिकी दूतावास को यरूशलम ले जाने की निंदा की



मक्का (सऊदी अरब)] एक जून (एएफपी) इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) ने अमेरिका द्वारा अपना दूतावास यरूशलम ले जाने और विवादित शहर को इज़राइल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने के फैसले की शनिवार को आलोचना की।



सत्तावन देशों के संगठन ने एक बयान में कहा कि संगठन अमेरिका और ग्वाटेमाला के दूतावासों को यरूशलम स्थानांतरित करने की निंदा करता है और सभी सदस्यों से उन देशों का ‘बहिष्कार’ करने का अनुरोध करता है जिन्होंने यरूशलम में अपने राजनयिक मिशन खोले हैं।



आईओसी के सम्मेलन की मेजबानी सऊदी अरब इस्लाम के सबसे पवित्र शहर मक्का में कर रहा है।



गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दामाद जेरेड कुशनर को इस महीने के अंत में बहरीन में एक सम्मेलन में अपनी लंबे समय से प्रतीक्षित पश्चिम एशिया शांति योजना के आर्थिक पहलुओं को जारी करना है।



ट्रंप ने इस योजना को ‘सदी का समझौता’ बताया है लेकिन फलस्तीनियों ने इसे खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें ट्रंप प्रशासन की नीतियां इज़राइल के पक्ष में झुकी दिखती है।



इज़राइल का दावा है कि यरूशलम उसकी अभिन्न और अविभाजित राजधानी है, जबकि फलस्तीन शहर के पूर्वी हिस्से पर अपना दावा करता है।



एएफपी नोमान शोभना शोभना 0106 0928 मक्का


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