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अफगानिस्तान में पत्रकारों की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं समाचार संगठन - News groups

तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है. इसके चलते समाचार संगठन इस घटना को कवर करने के साथ ही अपने पत्रकारों और परिवारों की रक्षा करने तथा पिछले दो दशकों में उनके साथ काम करने वाले लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं.

पत्रकारों की सुरक्षा की मांग
पत्रकारों की सुरक्षा की मांग
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Published : Aug 17, 2021, 6:54 PM IST

न्यूयॉर्क : अफगानिस्तान में तालिबान के तेजी से सत्ता पर कब्जा जमाने के कारण समाचार संगठन इस घटना को कवर करने के साथ ही अपने पत्रकारों और परिवारों की रक्षा करने तथा पिछले दो दशकों में उनके साथ काम करने वाले लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं.

अफगानिस्तान से एक साक्षात्कार में सीएनएन की रिपोर्टर क्लेरिसा वार्ड ने कहा कि कुछ तालिबान लड़ाके भी यह देखकर हैरान है कि देश कितनी जल्दी उनके सामने पस्त हो गया. उन्होंने एसोसिएटेड प्रेस से कहा, 'मुझे नहीं लगता कि उन्हें कभी अपनी जीत पर शक रहा होगा. लेकिन मुझे नहीं लगता कि उन्होंने यह सोचा होगा कि यह इतनी जल्दी हो जाएगा.'

समाचार संगठन लगातार अपनी सुरक्षा आवश्यकताओं का आकलन कर रहे हैं. एनबीसी न्यूज के रिचर्ड एंजल ने कहा कि उनके कर्मचारी अपने कार्यालय से बाहर एक सुरक्षित स्थान पर आ गए हैं. सीबीएस न्यूज की रोक्साना साबेरी ने सोमवार को अपने होटल के कमरे से काम किया.

सोमवार को वाशिंगटन पोस्ट के प्रकाशक और सीईओ फ्रेड रयान ने बाइडेन प्रशासन से 200 से अधिक कर्मियों और उनके लिए काम करने वाले लोगों के परिवारों की तरफ से मदद की गुहार लगाई. सुरक्षा कारणों से वे काबुल हवाईअड्डे के असैन्य क्षेत्र से सैन्य क्षेत्र में जाना चाहते हैं.

यह भी पढ़ें- फेसबुक ने तालिबान का समर्थन करने वाली सामग्री प्रतिबंधित की: रिपोर्ट

'द न्यूयॉर्क टाइम्स' के अध्यक्ष और प्रकाशक ए जी सुल्जबर्जर ने कहा कि घटनाक्रम ने खतरनाक स्थिति पैदा कर दी है. उन्होंने कहा, 'मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम अपने कर्मियों और उनके परिवारों को बाहर निकालने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं.'

(पीटीआई भाषा)

न्यूयॉर्क : अफगानिस्तान में तालिबान के तेजी से सत्ता पर कब्जा जमाने के कारण समाचार संगठन इस घटना को कवर करने के साथ ही अपने पत्रकारों और परिवारों की रक्षा करने तथा पिछले दो दशकों में उनके साथ काम करने वाले लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं.

अफगानिस्तान से एक साक्षात्कार में सीएनएन की रिपोर्टर क्लेरिसा वार्ड ने कहा कि कुछ तालिबान लड़ाके भी यह देखकर हैरान है कि देश कितनी जल्दी उनके सामने पस्त हो गया. उन्होंने एसोसिएटेड प्रेस से कहा, 'मुझे नहीं लगता कि उन्हें कभी अपनी जीत पर शक रहा होगा. लेकिन मुझे नहीं लगता कि उन्होंने यह सोचा होगा कि यह इतनी जल्दी हो जाएगा.'

समाचार संगठन लगातार अपनी सुरक्षा आवश्यकताओं का आकलन कर रहे हैं. एनबीसी न्यूज के रिचर्ड एंजल ने कहा कि उनके कर्मचारी अपने कार्यालय से बाहर एक सुरक्षित स्थान पर आ गए हैं. सीबीएस न्यूज की रोक्साना साबेरी ने सोमवार को अपने होटल के कमरे से काम किया.

सोमवार को वाशिंगटन पोस्ट के प्रकाशक और सीईओ फ्रेड रयान ने बाइडेन प्रशासन से 200 से अधिक कर्मियों और उनके लिए काम करने वाले लोगों के परिवारों की तरफ से मदद की गुहार लगाई. सुरक्षा कारणों से वे काबुल हवाईअड्डे के असैन्य क्षेत्र से सैन्य क्षेत्र में जाना चाहते हैं.

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'द न्यूयॉर्क टाइम्स' के अध्यक्ष और प्रकाशक ए जी सुल्जबर्जर ने कहा कि घटनाक्रम ने खतरनाक स्थिति पैदा कर दी है. उन्होंने कहा, 'मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम अपने कर्मियों और उनके परिवारों को बाहर निकालने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं.'

(पीटीआई भाषा)

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