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The Elephant Whisperers:ऑस्कर विजेता 'द एलिफेंट व्हिस्पर्स' निर्देशक कार्तिकी गोंजाल्विज को तमिलनाडु CM ने किया सम्मानित

ऑस्कर जीतने वाली शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'द एलिफेंट व्हिस्पर्स' के निर्देशक कार्तिकी गोंजाल्विज को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने सम्मानित किया है.

The Elephant Whispers
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Published : Mar 21, 2023, 3:32 PM IST

चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने मंगलवार को शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'द एलिफेंट व्हिस्पर्स' के लिए ऑस्कर पुरस्कार विजेता निर्देशक कार्तिकी गोंजाल्विस को सम्मानित किया. गोंसाल्वेस तमिलनाडु के उधगमंडलम के मूल निवासी हैं. 'द एलिफेंट व्हिस्पर्स' फिल्म की शूटिंग भी तमिलनाडु राज्य में ही हुई है. सम्मान समारोह के दौरान राज्य के मुख्य सचिव वी. इराई अंबु भी उपस्थित थे.

बता दें कि तमिलनाडु सीएम स्टालिन ने निर्देशक को एक शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट किया. फिल्म बनाने के लिए कार्तिकी ने मुदुमलाई टाइगर रिजर्व में थेप्पाकडू हाथी शिविर में पांच साल बिताए थे. शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म में हाथी का बच्चे 'रघू' के जीवन को दिखाया गया है, जिसकी देखभाल मुदुमलाई टाइगर रिजर्व के थेप्पाकडू हाथी शिविर में एक महावत जोड़े, बोमन और बेली करते हैं.

फिल्म में स्वदेशी जोड़े के जीवन को दिखाया गया है और बताया गया है कि कैसे वे 'रघु' हाथी को पालते हैं और वे उस पर जमकर प्यार बरसाते हैं. एक अन्य हाथी 'अम्मू' की उपस्थिति को भी निर्देशक ने खूबसूरती के साथ फिल्म के जरिए कैद किया है. फिल्म का निर्माण सिख एंटरटेनमेंट के तहत गुनीत मोंगा और अचिन जैन ने किया है. (एजेंसी)

यह भी पढ़ें: Guneet Monga Golden Temple : ऑस्कर जीतने के बाद स्वर्ण मंदिर पहुंचीं गुनीत मोंगा, कुछ यूं किया वाहे गुरु का किया शुक्रिया

चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने मंगलवार को शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'द एलिफेंट व्हिस्पर्स' के लिए ऑस्कर पुरस्कार विजेता निर्देशक कार्तिकी गोंजाल्विस को सम्मानित किया. गोंसाल्वेस तमिलनाडु के उधगमंडलम के मूल निवासी हैं. 'द एलिफेंट व्हिस्पर्स' फिल्म की शूटिंग भी तमिलनाडु राज्य में ही हुई है. सम्मान समारोह के दौरान राज्य के मुख्य सचिव वी. इराई अंबु भी उपस्थित थे.

बता दें कि तमिलनाडु सीएम स्टालिन ने निर्देशक को एक शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट किया. फिल्म बनाने के लिए कार्तिकी ने मुदुमलाई टाइगर रिजर्व में थेप्पाकडू हाथी शिविर में पांच साल बिताए थे. शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म में हाथी का बच्चे 'रघू' के जीवन को दिखाया गया है, जिसकी देखभाल मुदुमलाई टाइगर रिजर्व के थेप्पाकडू हाथी शिविर में एक महावत जोड़े, बोमन और बेली करते हैं.

फिल्म में स्वदेशी जोड़े के जीवन को दिखाया गया है और बताया गया है कि कैसे वे 'रघु' हाथी को पालते हैं और वे उस पर जमकर प्यार बरसाते हैं. एक अन्य हाथी 'अम्मू' की उपस्थिति को भी निर्देशक ने खूबसूरती के साथ फिल्म के जरिए कैद किया है. फिल्म का निर्माण सिख एंटरटेनमेंट के तहत गुनीत मोंगा और अचिन जैन ने किया है. (एजेंसी)

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