नई दिल्ली: दक्षिण-पश्चिमी जिले की स्पेशल स्टाफ और किशनगढ़ थाने की पुलिस टीम ने लूटपाट के मामले में तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है. इनके कब्जे से लूटा गया एक मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान योगेंद्र उर्फ चिटकनी, मनीष सिसोदिया और श्री भगवान के रूप में की गई है. तीनों आरोपी यूपी के अलग-अलग जिलों के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
इसी दौरान तीन-चार अज्ञात लड़के आए और उनके साथ मारपीट कर, पंप हाउस में मुंह बांधकर उनके पास से एक मोबाइल फोन, दस्तावेज और 5,000 रुपये की नगदी लेकर भाग गए. इस तरह उनके सहयोगी गार्ड से भी इसी तरह की घटना की थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी ने स्पेशल स्टाफ की टीम और किशनगढ़ थाने के एसएचओ विनोद के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. इसमें एसआई कुलदीप कुमार, मतलूब अली, हेड कांस्टेबल विकास, कांस्टेबल अमृत, कांस्टेबल संजय, कांस्टेबल रतिराम और कांस्टेबल राजकुमार को शामिल किया गया.
स्पेशल स्टाफ की टीम का गठन राजेश कुमार के नेतृत्व में किया गया. इसमें एसआई मुकेश, संदीप, कांस्टेबल संदीप, श्याम, नवीन और आशु देव को शामिल किया गया. किशनगढ़ थाने की पुलिस टीम और स्पेशल स्टाफ की टीम लगातार आरोपियों को तलाश करती रही. तकनीकी जांच के आधार पर एक आरोपी के बारे में सुराग मिला.
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टीम ने तकनीकी विश्लेषण के आधार पर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. उसकी पहचान योगेंद्र के रूप में की गई. पूछताछ में पता चला कि केवल वह लूट कांड का मास्टरमाइंड था. इसके अलावा उन्होंने मनीष, छोटू, सूरज और रंजीत के रूप में सहयोगियों की पहचान का खुलासा किया.
सभी आरोपी यूपी के आगरा के रहने वाले हैं. बाद में गुप्त सूचना पर थाना किशनगढ़ की टीम ने दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया. इनकी पहचान बाद में मनीष सिसोदिया और श्री भगवान के रूप में की गई. पूछताछ में आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया तथा इसके साथ ही आरोपियों के कब्जे से एक लूटा गया मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया.
जांच करने पर पता चला कि आरोपियों के खिलाफ पहले भी यूपी के आगरा के अलग-अलग थानों में मामले दर्ज हैं. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच में जुट गई है.