नई दिल्ली/नोएडा: उत्तर प्रदेश में बिजली के निजीकरण को लेकर प्रदेश व्यापी कार्य बहिष्कार किया जा रहा है. इसी क्रम में नोएडा के बिजली कर्मी ने कार्य बहिष्कार किया है. नोएडा के सेक्टर 16 चीफ इंजीनियर ऑफिस में सैकड़ों की संख्या में बिजली कर्मचारी इकट्ठा हुए और कार्य का बहिष्कार कर रहे हैं.
बिजली कर्मचारियों का कहना है कि जरूरी सेवाओं के लिए हमारे कर्मचारी काम कर रहे हैं, बाकी सभी तरीके की व्यवस्था ठप कर दी गई है. उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन (यूपीपीसीएल), उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीटीसीएल), यूपी जनरेशन सहित सभी कार्य बहिष्कार कर रहे हैं.
विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल
बिजली कर्मचारी वी.के त्यागी ने कहा बताया कि तकरीबन 300 कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर रहे हैं. निजीकरण के खिलाफ आवाज बुलंद है, उन्होंने बताया पूर्वांचल के बिजली विभाग के निजीकरण को हरगिज बिजली कर्मी बर्दाश्त नहीं करेंगे. बिजली विभाग के अभियंता अधिकारी इंजीनियर सहित सभी संविदा कर्मी एक बैनर तले निजीकरण का विरोध कर रहे हैं.
नहीं होने देंगे निजीकरण
राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के संरक्षक एस.एम सिंह ने कार्य कार्य बहिष्कार की वजह से जनता को कहीं ना कहीं समस्या हो रही होगी, लेकिन जनता को एक बड़ी समस्या से बचाने के लिए निजीकरण के खिलाफ विद्युत संगठन में आवाज बुलंद की है. किसान, ट्रेड यूनियन सभी विद्युत कर्मचारियों के साथ है और 1 दिन की स्ट्राइक पर है. उन्होंने कहा कि बिजली का प्राइवेटाइजेशन नहीं होने देंगे, निजीकरण होने से बिजनेसमैन हमेशा अपना फायदा चाहेगा ऐसे में उपभोक्ताओं के लिए सामने बड़ी समस्याएं खड़ी हो जाएंगी.
अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार
बिजली कर्मचारियों ने एक स्वर में आवाज बुलंद करते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो जेल भरो आंदोलन भी किया जाएगा, लेकिन निजीकरण नहीं होने देंगे. विद्युत कर्मचारियों ने कहा अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार आज से आरंभ हुआ है और जब तक मांगे पूरी नहीं होंगे कार्य बहिष्कार जारी रहेगा.