ETV Bharat / city

नोएडा अथॉरिटी की पहल: कूड़े को सेक्टरों में डीकंपोज की प्लानिंग

नोएडा शहर को सोच और हरा भरा बनाए रखने के लिए नोएडा छोटी लगातार प्रयास कर रही है. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश सॉलि़ड वेस्ट को सोसाइटी स्कूल और RWA सेक्टरों में ही डीकंपोस्ट करने को लेकर लोगों को जागरूक करना है.

कूड़े को डीकंपोज करने की प्लानिंग
author img

By

Published : Apr 18, 2019, 3:37 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा अथॉरिटी ने सेक्टर 6 इंदिरा गांधी कला केंद्र के में 'वेट वेस्ट मैनजमेंट' पर एक कार्यशाला का आयोजन किया. सेमीनार में नोएडा के एनजीओ, स्कूल और आरडब्ल्यूए ने हिस्सा लिया.

कार्यक्रम में OSD राजेश कुमार सिंह, सीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर एस सी मिश्रा और डिप्टी जनरल मैनेजर हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट समेत कई अधिकारी मौजूद थे. नोएडा विकास प्राधिकरण की नई मुहिम के तहत यह सुनिश्चित करना है कि उद्यानिकी अवशेष जैसे पार्को में लॉन से काटी गई घास, पेड़ और झाड़ियों के कटाई छटाई से निकलने वाले टहनियां और पत्तियां का निस्तारण उसी जगह सुनिश्चित किया जा सके.

कूड़े को डीकंपोज करने की प्लानिंग

बता दे कि नोएडा अथॉरिटी ने पौधों से प्राप्त होने वाली सूखी पत्तियों और उदय निक अवशेषों के उचित प्रबंधन के लिए दो स्थानों पर कंपोस्ट खाद बनाने का निर्णय लिया है. सेक्टर 15a और सेक्टर 8 में कंपोस्ट खाद बनाने की अलग-अलग तकनीकों का प्रयोग किया जाएगा.

कम खर्च में होगा प्रबंधन
सीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर एस सी मिश्रा ने बताया कि गीला कचरा टोटल कचड़े का 60% हिस्सा होता है. उसी गीले कचरे को उसके सोर्स पर ही समाप्त करने या डीकंपोज करने को लेकर एक सेमिनार का आयोजन किया गया और नई-नई तकनीकों के बारे में जाना गया। सेमिनार के माध्यम से लोगों को जागरुक किया गया कि वह अपने घरों में होम कंपोस्टिंग और आरडब्ल्यूए कम्युनिटी कंपोस्टिंग शुरू करें. नई तकनीकों की मदद से 7 परसेंट कूड़ा सोर्स पर खत्म हो जाएगा और उसे डंपिंग ग्राउंड तक ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ऐसे में कम खर्च में कचरा प्रबंधन किया जा सकेगा.

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा अथॉरिटी ने सेक्टर 6 इंदिरा गांधी कला केंद्र के में 'वेट वेस्ट मैनजमेंट' पर एक कार्यशाला का आयोजन किया. सेमीनार में नोएडा के एनजीओ, स्कूल और आरडब्ल्यूए ने हिस्सा लिया.

कार्यक्रम में OSD राजेश कुमार सिंह, सीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर एस सी मिश्रा और डिप्टी जनरल मैनेजर हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट समेत कई अधिकारी मौजूद थे. नोएडा विकास प्राधिकरण की नई मुहिम के तहत यह सुनिश्चित करना है कि उद्यानिकी अवशेष जैसे पार्को में लॉन से काटी गई घास, पेड़ और झाड़ियों के कटाई छटाई से निकलने वाले टहनियां और पत्तियां का निस्तारण उसी जगह सुनिश्चित किया जा सके.

कूड़े को डीकंपोज करने की प्लानिंग

बता दे कि नोएडा अथॉरिटी ने पौधों से प्राप्त होने वाली सूखी पत्तियों और उदय निक अवशेषों के उचित प्रबंधन के लिए दो स्थानों पर कंपोस्ट खाद बनाने का निर्णय लिया है. सेक्टर 15a और सेक्टर 8 में कंपोस्ट खाद बनाने की अलग-अलग तकनीकों का प्रयोग किया जाएगा.

कम खर्च में होगा प्रबंधन
सीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर एस सी मिश्रा ने बताया कि गीला कचरा टोटल कचड़े का 60% हिस्सा होता है. उसी गीले कचरे को उसके सोर्स पर ही समाप्त करने या डीकंपोज करने को लेकर एक सेमिनार का आयोजन किया गया और नई-नई तकनीकों के बारे में जाना गया। सेमिनार के माध्यम से लोगों को जागरुक किया गया कि वह अपने घरों में होम कंपोस्टिंग और आरडब्ल्यूए कम्युनिटी कंपोस्टिंग शुरू करें. नई तकनीकों की मदद से 7 परसेंट कूड़ा सोर्स पर खत्म हो जाएगा और उसे डंपिंग ग्राउंड तक ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ऐसे में कम खर्च में कचरा प्रबंधन किया जा सकेगा.

Intro:नोएडा अथॉरिटी ने सेक्टर 6 इंदिरा गांधी कला केंद्र के में "वेट वेस्ट मैनजमेंट" पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। समीनार मैं नोएडा के एनजीओ, स्कूल और आरडब्ल्यूए ने हिस्सा लिया। नोएडा शहर को सोच और हरा भरा बनाए रखने के लिए नोएडा छोटी लगातार प्रयास कर रही है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश सॉलि़ड वेस्ट को सोसाइटी स्कूल और RWA सेक्टरों में ही डीकंपोस्ट करने को लेकर लोगों को जागरूक करना है।


Body:कार्यक्रम में OSD राजेश कुमार सिंह, सीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर एस सी मिश्रा और डिप्टी जनरल मैनेजर हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।

नोएडा विकास प्राधिकरण की इस नई मुहिम के तहत यह सुनिश्चित करना है कि उद्यानिकी अवशेष जैसे पार्को में लॉन से काटी गई घास, पेड़ और झाड़ियों के कटाई छटाई से निकलने वाले टहनियां और पत्तियां का निस्तारण उसी जगह सुनिश्चित किया जा सके।

बता दे कि नोएडा अथॉरिटी ने पौधों से प्राप्त होने वाली सूखी पत्तियों और उदय निक अवशेषों के उचित प्रबंधन के लिए दो स्थानों पर कंपोस्ट खाद बनाने का निर्णय लिया है। सेक्टर 15a और सेक्टर 8 में कंपोस्ट खाद बनाने की अलग-अलग तकनीकों का प्रयोग किया जाएगा।


Conclusion:सीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर एस सी मिश्रा ने बताया कि गीला कचरा टोटल कचड़े का 60% हिस्सा होता है। उसी गीले कचरे को उसके सोर्स पर ही समाप्त करने या डीकंपोज करने को लेकर एक सेमिनार का आयोजन किया गया और नई-नई तकनीकों के बारे में जाना गया। सेमिनार के माध्यम से लोगों को जागरुक किया गया कि वह अपने घरों में होम कंपोस्टिंग और आरडब्ल्यूए कम्युनिटी कंपोस्टिंग शुरू करें। नई तकनीकों की मदद से 7 परसेंट कूड़ा सोर्स पर खत्म हो जाएगा और उसे डंपिंग ग्राउंड तक ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऐसे में कम खर्च में कचरा प्रबंधन किया जा सकेगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.