नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्धनगर कमिश्नरी में स्वाट टीम प्रभारी और टीम के कुछ सदस्यों पर आरोप लगा था कि उन्होंने एक अपराधी को छोड़ने के लिए 25 लाख रुपये और क्रेटा कार ली थी. जब आरोपी को गाजियाबाद की इंदिरापुरम थाना पुलिस ने पकड़ा तो इस मामले का खुलासा हुआ.
मामले का संज्ञान लेते हुए गौतमबुद्धनगर कमिश्नर द्वारा स्वाट प्रभारी के साथ दो अन्य हेड कांस्टेबल को बर्खास्त किया गया और सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया और पांच दिन बाद उनके असलहे भी जमा करा लिए गए.
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इस मामले में लाइन हाजिर किए गए पुलिसकर्मियों ने DCP क्राइम अभिषेक कुमार के समक्ष अपने बयान दर्ज करा दिए हैं. सूत्रों की मानें तो सभी पुलिसकर्मियों ने एक ही राग अलापा है. सभी पुलिसकर्मियों ने क्रेटा कार और पैसे के संबंध में अनभिज्ञता जाहिर की. किसी ने भी पैसे और कार लेने के संबंध में जानकारी उपलब्ध नहीं कराई.
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इस मामले में पुलिस कमिश्नर ने स्वाट टीम प्रभारी इंस्पेक्टर सावेज खान, हेड कांस्टेबल अमरीश कांत यादव और हेड कांस्टेबल नितिन तोमर को बर्खास्त कर दिया गया है. वहीं मामले की जांच डीसीपी क्राइम अभिषेक कुमार द्वारा की जा रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि एक सप्ताह में डीसीपी क्राइम द्वारा रिपोर्ट फाइल कर दी जाएगी.