नई दिल्ली/ग्रे. नोएडा: पुलिस ने ग्रेटर नोएडा में जेवर के जहांगीरपुर कस्बा में पेट्रोल पंप पर लूट और हत्या करने वाले 2 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. जेवर पुलिस ने इस गिरफ्तारी से लूट और हत्या के ब्लाईंड केस को सुलझाने का दावा किया है.
पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से तमंचा, कारतूस के साथ लूट और हत्या में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद की है. इस लूट और हत्या में शामिल 2 और आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है.
पेट्रोल पंप पर हुई थी लूट और हत्या की वारदात
पुलिस की गिरफ्त में आए दोनों बदमाशों की पहचान यशपाल और ऋषिपाल के रूप में हुई है. दोनों ने अपने साथियों ओमपाल और सन्तराम के साथ मिल कर 28 जून को दोपहर करीब 3 बजे जहांगीरपुर थाना जेवर के एचपी के श्रद्धा फिलिंग स्टेशन पेट्रोल पंप पर लूट का प्रसाय किया था.
कैश लूटने के दौरान सेल्समेन संजय पुत्र बिन्नामी को गोली मार दी थी. जिससे उसकी मौत हो गई. पूरी घटना पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई थी. इन लोगों ने अपना मुंह ढक रखा था. इसलिए सीसीटीवी फुटेज से संदिग्धों की पहचान नहीं हो पाई थी.
पुलिस के साथ स्वाट-1 टीम भी जांच में जुटी थी
दिनदहाड़े हुई लूट और हत्या की वारदात से भड़के मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगाकर जमकर हंगामा किया. इसके बाद इस ब्लाइंड केस को सुलझाने के लिए जेवर पुलिस के साथ स्वाट-1 टीम को भी लगाया गया था.
SSP ने बताया कि तफ्तीश के दौरान मुखबिर की सूचना पर थाना जेवर पुलिस और स्वाट-1 टीम ने जेवर-खुर्जा रोड पर नीमका के पास से बाइक पर सवार यशपाल सिंह और ऋषिपाल को गिरफ्तार किया.
वारदात के मास्टर माइंड का पता चला
पूछताछ के दौरान दोनों ने बताया की लूट और हत्या का मास्टर माइंड संतराम था. लूट के लिए चेहरे पर कपड़ा लपेट कर यशपाल, ओमपाल और सन्तराम पेट्रोल पम्प पर अन्दर गये थे. जबकि ऋषिपाल एक दूसरी बाइक से पेट्रोल पम्प के बाहर खड़ा होकर निगरानी कर रहा था.
हत्या में इस्तेमाल हथियार बरामद
गिरफ्तार किये गये अभियुक्त से घटना में इस्तेमाल CD डीलक्स हीरो होण्डा जो कि उन्होनें घटना से करीब एक डेढ़ महीने पहले अमरोहा में एक व्यक्ति से लूटी थी.
यशपाल के जरिए हत्या में इस्तेमाल किया गया 315 बोर तमंचा बरामद किया गया. पुलिस आरोपी ओमपाल और सन्तराम की तलाश में जुटी है.
एक साथ जेल में रह चुके हैं आरोपी
एसएसपी का कहना है की आरोपी शातिर किस्म के अपराधी हैं. जिनके विरुद्ध जनपद बुलन्दशहर और गौतमबुद्धनगर में दर्जनों मुकदमे दर्ज है. और साल 2017 में एक साथ नोएडा स्थित जिला कारागार में रहे हैं.