नई दिल्ली: 25 जनवरी को दिल्ली ने पूरे उत्साह के साथ 15वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया. इस अवसर पर दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय ने मतदाता जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए कई गतिविधियों का आयोजन किया. इस वर्ष की थीम ‘वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम’ ने चुनाव की असली परिभाषा को रेखांकित किया.
मतदाता जागरूकता का महत्व: मुख्य निर्वाचन अधिकारी एलिस वाज़ ने कहा कि इस दिन का उद्देश्य विशेष रूप से पहली बार के मतदाताओं को प्रोत्साहित करना और चुनाव प्रक्रिया में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना है. इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त का ऑडियो-विजुअल संदेश प्रसारित किया गया और सभी ने लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव में भाग लेने की शपथ ली. साल 2011 से हर बार 25 जनवरी को भारत के चुनाव आयोग के स्थापना दिवस के रूप में राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है. यह दिन देश के मतदाताओं को समर्पित है.
''मतदाता लोकतंत्र की रीढ़ हैं. हमारा उद्देश्य मतदाताओं को शिक्षित, प्रेरित और सशक्त बनाना है ताकि वे अपनी लोकतांत्रिक जिम्मेदारियों को प्रभावी ढंग से निभा सकें. आइए इस अवसर पर समावेशी और सहभागी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करें.''-एलिस वाज़, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, दिल्ली
पहली बार वोट डालने जा रहे मतदाताओं का किया सम्मान: कार्यक्रम में पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं को सम्मानित किया गया और उन्हें उनके मतदाता फोटो पहचान पत्र सौंपे गए. इसके बाद दिल्ली चुनाव क्विज-2025 प्रतियोगिता के विजेताओं को नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया. 11 जिलों के शीर्ष तीन विजेताओं को क्रमशः 10,000, 7,000 और 5,000 रूपये के पुरस्कार दिए गए. इस पहल का उद्देश्य नागरिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देना और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के महत्व को उजागर करना था.
जिला निर्वाचन अधिकारियों को भी किया गया सम्मानित: कार्यक्रम में तीन जिला निर्वाचन अधिकारियों डॉ. किन्नी सिंह (पश्चिम), मेकला चैतन्य प्रसाद (दक्षिण) और अमोल श्रीवास्तव (पूर्व) को चुनाव प्रबंधन और नवाचार के लिए सम्मानित किया गया. इसके अलावा 2 ईआरओ/एईआरओ और 5 बीएलओ को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया. सीईओ कार्यालय के 6 अधिकारियों/कर्मचारियों को भी विशेष पुरस्कार दिए गए.
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