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नोएडा: अंतिम निवास में कोरोना मृतकों का निःशुल्क होता है अंतिम संस्कार - corona dead Free funeral

अंतिम निवास के मैनेजर अशोक शर्मा का कहना है कि जब भी कोरोना वायरस से मौत के बाद अंतिम निवास में बॉडी को लाई जाती है, उससे पहले अंतिम निवास को पूरी तरह से सैनिटाइज की जाती है. संस्कार के बाद फिर से सैनिटाइजेशन का काम किया जाता है.

Free funeral of corona dead from CNG takes place in the antim niwas of Noida Sector 94
अंतिम निवास में होता है कोरोना मृतकों का निःशुल्क अंतिम संस्कार
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Published : May 31, 2020, 10:40 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर जिला में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 7 हो गई है. कोरोना वायरस से जिन लोगों की मौत हो रही है, उनका दाह संस्कार पूरे जिला में सिर्फ सेक्टर-94 स्थित अंतिम निवास में किया जा रहा है. अंतिम निवास में दाह संस्कार के लिए अलग से सीएनजी दाह संस्कार सिस्टम बनाया गया है. इसमें सिर्फ उन्हीं लोगों का दाह संस्कार किया जा रहा है, जिनकी मौत कोरोना के चलते हुई है.

कोरोना मृतकों का निःशुल्क अंतिम संस्कार

अंतिम संस्कार के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. संस्कार करवाने वाला पीपी किट पहनकर संस्कार करता है और लोग अस्थियां लेने अगले दिन आ रहे हैं. अब तक अंतिम निवास में कुल 9 लोगों का कोरोना वायरस सीएनजी संस्कार में दाह संस्कार किया गया है. इसमें दो संस्कार जिला के बाहर के थे. आपको बता दें कोरोना वायरस से मरने वालों का दाह संस्कार अंतिम निवास प्रशासन द्वारा नि:शुल्क किया जा रहा है.

अब तक 9 लोगों का अंतिम संस्कार

कोरोना वायरस से जिनकी भी मौत हुई. उसके दाह संस्कार का शुल्क अंतिम निवास प्रशासन द्वारा नहीं लिया गया है. सभी का संस्कार नि:शुल्क किया गया है. अंतिम निवास में सीएनजी मशीन द्वारा संस्कार किया जा रहा है. अंतिम निवास में अब तक सीएनजी दाह संस्कार के माध्यम से 9 लोगों का संस्कार किया गया है. इसमें 7 लोग गौतमबुद्ध नगर जिला से हैं, वहीं एक दिल्ली के न्यू अशोक नगर और दूसरा गाजियाबाद के खोड़ा का रहने वाले था. आपको बता दें इस 9 लोगों के दाह संस्कार में दो संस्कार ऐसे भी थे, जिसकी कोरोना वायरस की रिपोर्ट संस्कार करने के बाद नेगेटिव आई है पर संदेह के आधार पर उसका संस्कार कोरोना सीएनजी में संस्कार में किया गया.

क्या कह रहा अंतिम निवास प्रशासन

अंतिम निवास के मैनेजर अशोक शर्मा का कहना है कि जब भी कोरोना वायरस से मौत के बाद अंतिम निवास में बॉडी को लाई जाती है, उससे पहले अंतिम निवास को पूरी तरह से सैनेटाइज की जाती है. संस्कार के बाद फिर से सैनिटाइजेशन का काम किया जाता है. यह काम नोएडा प्राधिकरण और अंतिम निवास प्रशासन द्वारा किया जाता है, जिस कर्मचारी द्वारा बॉडी का अंतिम संस्कार किया जाता है वह पीपीई किट के साथ ही हेलमेट, ग्लास, चश्मा पहनता है. अब तक जितने भी संस्कार कोरोना वायरस से संबंधित लोगों के किए गए हैं उसमें किसी भी परिवार से कोई शुल्क नहीं लिया गया है. हालांकि सीएनजी से नॉर्मल संस्कार का 2300 रुपये चार्ज लिया जाता है.

नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर जिला में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 7 हो गई है. कोरोना वायरस से जिन लोगों की मौत हो रही है, उनका दाह संस्कार पूरे जिला में सिर्फ सेक्टर-94 स्थित अंतिम निवास में किया जा रहा है. अंतिम निवास में दाह संस्कार के लिए अलग से सीएनजी दाह संस्कार सिस्टम बनाया गया है. इसमें सिर्फ उन्हीं लोगों का दाह संस्कार किया जा रहा है, जिनकी मौत कोरोना के चलते हुई है.

कोरोना मृतकों का निःशुल्क अंतिम संस्कार

अंतिम संस्कार के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. संस्कार करवाने वाला पीपी किट पहनकर संस्कार करता है और लोग अस्थियां लेने अगले दिन आ रहे हैं. अब तक अंतिम निवास में कुल 9 लोगों का कोरोना वायरस सीएनजी संस्कार में दाह संस्कार किया गया है. इसमें दो संस्कार जिला के बाहर के थे. आपको बता दें कोरोना वायरस से मरने वालों का दाह संस्कार अंतिम निवास प्रशासन द्वारा नि:शुल्क किया जा रहा है.

अब तक 9 लोगों का अंतिम संस्कार

कोरोना वायरस से जिनकी भी मौत हुई. उसके दाह संस्कार का शुल्क अंतिम निवास प्रशासन द्वारा नहीं लिया गया है. सभी का संस्कार नि:शुल्क किया गया है. अंतिम निवास में सीएनजी मशीन द्वारा संस्कार किया जा रहा है. अंतिम निवास में अब तक सीएनजी दाह संस्कार के माध्यम से 9 लोगों का संस्कार किया गया है. इसमें 7 लोग गौतमबुद्ध नगर जिला से हैं, वहीं एक दिल्ली के न्यू अशोक नगर और दूसरा गाजियाबाद के खोड़ा का रहने वाले था. आपको बता दें इस 9 लोगों के दाह संस्कार में दो संस्कार ऐसे भी थे, जिसकी कोरोना वायरस की रिपोर्ट संस्कार करने के बाद नेगेटिव आई है पर संदेह के आधार पर उसका संस्कार कोरोना सीएनजी में संस्कार में किया गया.

क्या कह रहा अंतिम निवास प्रशासन

अंतिम निवास के मैनेजर अशोक शर्मा का कहना है कि जब भी कोरोना वायरस से मौत के बाद अंतिम निवास में बॉडी को लाई जाती है, उससे पहले अंतिम निवास को पूरी तरह से सैनेटाइज की जाती है. संस्कार के बाद फिर से सैनिटाइजेशन का काम किया जाता है. यह काम नोएडा प्राधिकरण और अंतिम निवास प्रशासन द्वारा किया जाता है, जिस कर्मचारी द्वारा बॉडी का अंतिम संस्कार किया जाता है वह पीपीई किट के साथ ही हेलमेट, ग्लास, चश्मा पहनता है. अब तक जितने भी संस्कार कोरोना वायरस से संबंधित लोगों के किए गए हैं उसमें किसी भी परिवार से कोई शुल्क नहीं लिया गया है. हालांकि सीएनजी से नॉर्मल संस्कार का 2300 रुपये चार्ज लिया जाता है.

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