नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर-30 में करोड़ों की लागत से बने जिला अस्पताल में सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं है. इसकी एक बानगी तब देखने को मिली जब एक शराबी ने जमकर बवाल काटा. यहां तक की शराबी ने अस्पताल में ईएमओ के टेबल का शीशा तोड़ दिया और एक सिपाही की वर्दी भी फाड़ दी गई.
शराबी ने की तोड़फोड़
पुलिस की ओर से अस्पताल में एक व्यक्ति को मेडिकल करवाने के लिए लाया गया था, जिसने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया और इमरजेंसी में तोड़फोड़ कर दी. इसकी शिकायत डॉक्टर की ओर से पुलिस को दी गई, जिसके बाद सेक्टर-20 पुलिस शराबी को किसी तरह बाहर लेकर गई.
प्रशासन की लापरवाही
गौरतलब है कि प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाने वाला यह जिला अस्पताल करोड़ों रुपए की लागत से बनाया गया है, जिसके कई बार नाम बदले गए तो पहले भी कई बार बवाल हुए.
जिसके लिए जिला अस्पताल के नाम पर पुलिस चौकी खोल दी गई, जो कि कुछ महीनों में पुलिस चौकी सिर्फ कागजों में ही बन कर रह गई, जिसका नतीजा अब फिर से देखने को मिला है.
काबू से बाहर हुआ शराबी
यहां पुलिस द्वारा लाया गया एक शराबी पुलिस कर्मियों के काबू से बाहर हो गया. हाथ मे हथकड़ी होने के बावजूद भी पुलिस उसे काबू में नहीं कर पा रही थी.
इस घटना के बाद अस्पताल के कर्मचारी भी सहमे हुए हैं. इस संबंध में डॉक्टर द्वारा पुलिस को लिखित में शिकायत दी गई है
पुलिस पर भी उठ रहे सवाल
पुलिस के मुताबिक शराबी व्यक्ति सेक्टर-18 में बवाल कर रहा था, जिसके चलते इसे हिरासत में लिया गया था. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को धारा-151 में चालान कर जेल भेज दिया.
वहीं, इस दौरान नोएडा पुलिस के इस अमानवीय व्यवहार पर भी सवाल उठ रहा है जो इस शराबी को घसीट कर ले गए.