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अलीगढ़ की मासूम के लिए सड़कों पर कैंडल मार्च, फूट रहा लोगों का गुस्सा

अलीगढ़ में ढाई साल की बच्ची की हत्या से पूरा देश गुस्से में है. नोएडा में लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर दोषियों को फांसी देने की मांग की.

दोषियों को फांसी देने की मांग
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Published : Jun 8, 2019, 12:31 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ में 2 दिन पहले हुई मासूम बच्ची की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इसे लेकर देश भर में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं और आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं. वहीं नोएडा के लोगों ने भी मासूम को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकाला.

ये मार्च नोएडा के सदरपुर के आम्रपाली सैफायर से शुरू होकर सेक्टर-44 स्टेलर ग्रीन पार्क पर जाकर पूरा हुआ. ढाई साल की मासूम को न्याय दिलाने के लिए नोएडा की सड़कों पर लोग हाथों में जलती हुए कैंडल लेकर निकल पड़े. सबकी एक ही मांग थी कि ऐसा जघन्य अपराध करने वालों को बख्शा ना जाए और उन्हें फांसी की सजा दी जाए.

महिलाएं भी इस वारदात से काफी आहत और गुस्से में दिखी. उनका कहना था कि अब तो घरों में भी बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं. हमें जवाब चाहिए कि अपराधियों को सजा कब मिलेगी. उनकी मांग है कि दोषियों को ऐसी सजा दी जाए कि भविष्य में कोई ऐसा कुकृत्य ना कर पाए.

अलीगढ़ में बच्ची की हत्या के विरोध में कैंडल मार्च

'एसआईटी का गठन'

बता दें कि इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है. साथ ही इस केस में पॉक्सो एक्ट लगाया गया है. गौरतलब है कि महज दस हजार के लिए एक नन्ही बच्ची का गला घोंट कर हत्या कर उसके शव को कूड़े के ढेर पर फेंक दिया गया था. 30 मई को गायब हुई बच्ची का शव बाद में घर के पास के कूड़ाघर में 2 जून को सड़ी गली हालत में मिला. लापरवाही बरतने के आरोप में इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

'पहचान ना हो उजागर'

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कहा है कि बच्ची की पहचान उजागर करना पॉक्सो कानून 2012 की धारा 23 और जेजे कानून 2015 की धारा 74 के तहत दंडनीय अपराध है. मीडिया संगठनों को रिपोर्टिंग करते समय बहुत ही सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है, ताकि बच्ची की पहचान उजागर न हो.

नई दिल्ली/नोएडा: उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ में 2 दिन पहले हुई मासूम बच्ची की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इसे लेकर देश भर में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं और आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं. वहीं नोएडा के लोगों ने भी मासूम को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकाला.

ये मार्च नोएडा के सदरपुर के आम्रपाली सैफायर से शुरू होकर सेक्टर-44 स्टेलर ग्रीन पार्क पर जाकर पूरा हुआ. ढाई साल की मासूम को न्याय दिलाने के लिए नोएडा की सड़कों पर लोग हाथों में जलती हुए कैंडल लेकर निकल पड़े. सबकी एक ही मांग थी कि ऐसा जघन्य अपराध करने वालों को बख्शा ना जाए और उन्हें फांसी की सजा दी जाए.

महिलाएं भी इस वारदात से काफी आहत और गुस्से में दिखी. उनका कहना था कि अब तो घरों में भी बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं. हमें जवाब चाहिए कि अपराधियों को सजा कब मिलेगी. उनकी मांग है कि दोषियों को ऐसी सजा दी जाए कि भविष्य में कोई ऐसा कुकृत्य ना कर पाए.

अलीगढ़ में बच्ची की हत्या के विरोध में कैंडल मार्च

'एसआईटी का गठन'

बता दें कि इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है. साथ ही इस केस में पॉक्सो एक्ट लगाया गया है. गौरतलब है कि महज दस हजार के लिए एक नन्ही बच्ची का गला घोंट कर हत्या कर उसके शव को कूड़े के ढेर पर फेंक दिया गया था. 30 मई को गायब हुई बच्ची का शव बाद में घर के पास के कूड़ाघर में 2 जून को सड़ी गली हालत में मिला. लापरवाही बरतने के आरोप में इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

'पहचान ना हो उजागर'

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कहा है कि बच्ची की पहचान उजागर करना पॉक्सो कानून 2012 की धारा 23 और जेजे कानून 2015 की धारा 74 के तहत दंडनीय अपराध है. मीडिया संगठनों को रिपोर्टिंग करते समय बहुत ही सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है, ताकि बच्ची की पहचान उजागर न हो.


सैकड़ों लोगों ने दरिंदगी का शिकार अबोध को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकालकर आरोपियों के लिए फांसी सजा की मांग की।

 

Noida-- अलीगढ़ के टप्पल इलाके में 2 दिन पहले अबोध बच्ची के साथ दुष्कर्म और उसके बाद उसकी हत्या ने पूरे देश के जनमानस को झकझोर कर रख दिया है इसको लेकर जहां देश देश भर में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं और आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं वहीं नोएडा के लोगों ने बड़ी संख्या में मासूम को न्याय दिलाने के लिए एक कैंडल मार्च निकाला और दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की यह कैंडल मार्च नोएडा के सदरपुर के अम्रपाली सैफायर शुरू होकर सेक्टर 44 स्टेलर ग्रीन पार्क पर जाकर समाप्त हुआ।

 

 ढाई साल की मासूम बच्ची को न्याय दिलाने के लिए नोएडा की सड़कों पर क्या बच्चेक्या महिलाए...क्या बूढ़े और क्या जवान सभी एक साथ निकल पड़े॰ उनके हाथों में जलती हुए कैंडल और प्ले कार्ड जिसमे मासूम की तस्वीर और मुंह में नारे थे सबकी एक ही मांग थी, कि ऐसे जघन्य अपराध करने वाले आरोपियों को बक्शा ना जाए और उन्हें फांसी की सजा दी जाए। महिलाओ का कहना था कि जब 1 साल और डेढ़ साल की बच्ची के साथ इस प्रकार का दुष्कर्म होता है, तो केंद्र में बैठी सरकार से समस्त माँए पूछ रही हैं। मेरी बेटी सुरक्षित कब तक है। उनका कहना है  अगर सजा है, तो गुनहगार भी हैं और गुनाहगार भी है, तो सजा है भी है फिर उन्हे सजा कब मिलेगी हम चाहते हैं आगे से गुनाहगारों को ऐसी सजा मिले कि वह ऐसे कुकृत्य ना कर पाए।

बाइट – कैंडील मार्च में भाग लेने वाली महिलाए

 

 एक मासूम के साथ जो दरिंदगी हुई है उसके विरोध में कैंडल मार्च निकाला जा रहा है ताकि हमारी बात सरकार तक पहुंचे और सरकार जागरूक हो कि कोई अच्छा कानून लाया जाए, जिससे ऐसी मानसिकता वाले लोगों को कड़ी सजा मिले उन्हें जनता के सामने सजा मिले इससे कोई भी ऐसा अपराध करने के बारे में सोच ना सके।

बाइट -- जिम्मी वालिया

बाइट – कपिल कुमार

बाइट – सूबे सिंह

 





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