नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा अथॉरिटी ने बड़ा फैसला लेते हुए 90 अवैध कॉलोनियों से कूड़ा उठाना बंद कर दिया है. व्यवस्था लागू करने के बाद अथॉरिटी 100 प्रतिशत डोर टू डोर कलेक्शन की बात कह रही है. लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर ये 90 अवैध कॉलोनियों के कूड़े के निस्तारण की जिम्मेदारी किसकी है?
अथॉरिटी ने कूड़ा उठाने से हाथ खड़े कर दिए हैं अब इन पुणे कैसे उठेगा और कहां जाएगा इसके लिए फिलहाल कोई प्लान नहीं है. सवाल यह भी है कि 90 से ज्यादा अवैध कॉलोनी को पूरा उठाने की कोई व्यवस्था नहीं होगी तब तक शहर को 100% डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का दावा कैसे किया जा सकता है.
90 अवैध कॉलोनी से 300 टन कूड़ा
आंकड़ों के मुताबिक 90 अवैध कॉलोनी से तकरीबन 300 टन कूड़ा निकलता है. यमुना विहार शताब्दी विहार हिंडन विहार टू क्षेत्र सरफाबाद सेज आरसी आकोपुर वन गेलपुर सलारपुर नूरपुर और अन्य कई इलाकों में तमाम बड़ी अवैध कॉलोनियां है. यहां से तकरीबन 300 से ज्यादा पूरा रोज निकलता है. अगर इनके कूड़ा उठाने का कोई सिस्टम नहीं होगा तो कैसे शहर में साफ सफाई व्यवस्था दुरुस्त रहेगी. नोएडा अथॉरिटी ने सेक्टरों के बाहर बने कूड़ाघरों की व्यवस्था खत्म कर दी है. सेक्टरों के बाहर कूड़ाघरों को नष्ट कराया जा रहा है.